समाचार चक्र संवाददाता
महेशपुर। थाना क्षेत्र के गणेशपुर गांव में बीते वर्ष दो सगे भाइयों की हत्या का दर्ज मामले को लेकर न्यायालय के निर्देश पर गुरुवार को पुलिस के द्वारा नामजद आरोपितों के घर इश्तिहार चिपकाने पंहुचे पुलिस अधिकारियों को ग्रामीणों ने चार घंटे तक घेर रखा। ग्रामीणों ने पुलिस वाहन के सामने पत्थर एवं बोल्डर लगाकर सड़क को जाम कर दिया। ग्रामीणों का आरोप था कि इस कांड में बेकसूर लोगों का नाम भी जोड़ दिया गया है। इसलिए इश्तिहार चिपकाने नहीं दिया जाएगा। इस संबंध में कांड के अनुसंधानकर्ता एएसआई दिनेश प्रसाद सिंह ने बताया कि बीते वर्ष 2023 में गणेशपुर गांव में आपसी विवाद में दो सगे भाई वकील मुर्मू एवं देवीधन मुर्मू की धारदार हथियार से हत्या कर दिया गया था। हत्या की घटना को लेकर थाना में कांड संख्या 98/2023 दर्ज किया गया था। इसमें से कुछ नामजद आरोपितों को पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया था। बाकी 26 नामजद आरोपित फरार चल रहा था। न्यायालय के निर्देश पर सभी आरोपितों को एक माह के अंदर आत्म समर्पण करने को लेकर इश्तिहार चिपकाने का निर्देश हुआ था। बुधवार को ढोल बजाते हुए पांच नामजद आरोपितों के घर पर इश्तिहार चिपकाया गया था। इसी दौरान महिला ग्रामीणों ने पुलिस अधिकारियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। इस दौरान महिलाओं ने जमकर हंगामा किया। ग्रामीणों का कहना था कि इस कांड में कई निर्दोष लोगों को झूठे केस में फंसाया गया है। बूढ़ा बुजुर्ग सभी के ऊपर झूठा आरोप लगाया गया है। ग्रामीणों के विरोध के बाद वरीय पुलिस अधिकारी के निर्देश पर गांव पहुंचे पुलिस अधिकारी दलबल के साथ इश्तहार चिपकाए बिना गांव से निकल गए। इस संबंध में कांड के अनुसंधानकर्ता दिनेश प्रसाद सिंह ने बताया कि न्यायालय के निर्देश पर 26 नामजद आरोपित के घर पर गिरफ्तारी के लिए इश्तहार चिपकाने का निर्देश प्राप्त हुआ था। अगर एक माह के अंदर नामजद सारे आरोपित आत्मसमर्पण नहीं करते हैं तो एक माह के बाद न्यायालय के निर्देश पर कुर्की जप्ती का वारंट जारी होगा।