समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़। सदर प्रखंड अंतर्गत काशीला में जिस क्रशर प्लांट में ट्रैक्टरों में बेतहाशा ओवरलोडिंग की तस्वीरें सामने आई है, वह प्रशासन के लिए तो चुनौती है ही, सरकार के राजस्व में सेंधमारी का भी मामला बनता है। यह तो एक नमूना मात्र ही कह सकते हैं, ना जाने यह धंधा कितने दिनों या महीनों या सालों से चल रहा होगा। अगर यह लंबे समय से चल रहा होगा, तो अंदाजा लगा सकते हैं कि सरकार को राजस्व का कितना नुकसान हुआ होगा। हालांकि सूत्रों का दावा है कि इस क्रशर में ट्रैक्टरों में लोडिंग या ओवरलोडिंग का खेल कोई नई बात नहीं है। यह खेल सालों से चला आ रहा है। अब तक सरकार को लाखों करोड़ों रुपए का चूना लगाया जा चुका है। इस खेल में क्रशर संचालक या देख-रेख करने वाले लोगों को किसका संरक्षण प्राप्त है, यह भी जांच का विषय है। सूत्रों का कहना है कि बिना किसी मजबूत संरक्षण के यह संभव ही नहीं है। अगर मजबूत संरक्षण नहीं मिल रहा, तो दिन के उजालों में भी क्रशर प्लांट में खुलेआम ट्रैक्टर में लोडिंग या ओवरलोडिंग का दुस्साहस शायद नहीं कर पाता। हालांकि सूत्र का कहना है कि इस इलाके में एक मैनेज गिरोह भी काम कर रहा है। इस गिरोह के द्वारा ही संभावित विपत्तियों को पहले ही शांत कर दिया जाता है। इसीलिए क्रशर प्लांट में खुलेआम ट्रैक्टरों में बेतहाशा ओवरलोडिंग दिया जाता है। इस गिरोह में एक अन्य क्रशर संचालक युवक के शामिल रहने की चर्चा है, जिन्होंने कुछ लोगों का ठेका ले रखा है। सूत्रों का कहना है कि क्रशर संचालक के द्वारा एक तो सरकार को लाखों करोड़ों के राजस्व का नुकसान पहुंचाया जा रहा है। दूसरी ओर अवैध परिवहन को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। एक तरफ प्रशासन अवैध परिवहन, अवैध खनन और अवैध भंडारण पर रोक लगाने के लिए तमाम हथकंडे अपना रही है। दूसरी ओर क्रशर संचालक इसे चुनौती दे रहे हैं। पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार क्राइम मीटिंग में अवैध परिवहन, खनन और भंडारण पर जोर दे रहे हैं। इधर शनिवार को ही एसपी ने क्राइम मीटिंग में अवैध परिवहन, भंडारण और खनन को हर हाल में रोकने का निर्देश दिया है। उपायुक्त मृत्युंजय कुमार बर्णवाल टास्क फोर्स की मीटिंग में लगातार अवैध खनन, परिवहन और भंडारण के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश देते रहे हैं। इसके बावजूद प्रशासन को क्रशर संचालक के द्वारा खुलेआम चुनौती दी जा रही है।