पाकुड़। अवैध लॉटरी के धंधे पर नकेल कसने में पुलिस कोई कसर नहीं छोड़ रही है। लगातार कार्रवाई भी की जा रही है। लेकिन जर्जिस और आभा जैसे लोग पुलिस को चुनौती देने से पीछे नहीं हट रहा है। ये लोग सिर्फ पुलिस को ही नहीं, समाज को भी चुनौती दे रहा है।
अवैध लॉटरी जैसे गैर कानूनी धंधों को फैलाने में ऐसे लोगों की भूमिका समाज को बर्बादी को ओर ले जा रहा है। थाना प्रभारी सतीश कुमार ने हाल ही में अवैध लॉटरी के साथ रंगे हाथ पकड़ कर नवादा गांव के जर्जिस शेख नामक युवक को जेल भेजा था।
वहीं चर्चा है कि जेल से बाहर आने के बाद जर्जिस फिर से धंधे को चलाना शुरू कर दिया है। यह भी सूचना मिली है कि जर्जिस ने मनिरामपुर गांव के आभा नाम के एक शख्स को पार्टनर भी बनाया है। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आभा का नाम कुछ महीने पहले ही अवैध लॉटरी में आया था। पुलिस ने अवैध लॉटरी के एक मामले में आभा का नाम भी दर्ज किया था। जिसका नाम काफी चर्चा में हैं। यह भी चर्चा है कि जर्जिस ने अंजना गांव के रहने वाले अपने पहले के एक पार्टनर को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। अंजना गांव के पूर्व पार्टनर खुद का धंधा चलाने लगा है।
सूत्रों का कहना है कि अंजना गांव का यह साथी पिछले कई सालों से अवैध लॉटरी के धंधे में लिप्त है। हालांकि यह युवक हमेशा पर्दे के पीछे रहकर धंधे में जुड़ा रहा है। इधर लोगों का कहना है कि समाज के ऐसे कीड़ों को जेल में बंद करने के साथ ही पुलिस को और भी कड़े कदम उठाने होंगे। ताकि यह गैर कानूनी धंधा पूरी तरह बंद हो जाए। पुलिस ने हाल के दिनों में जिस तरह अवैध धंधों के खिलाफ ताबड़तोड़ छापेमारी अभियान चलाया, उसे एक बार फिर तेज करना होगा।