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Maqsood Alam
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राजनीति: अकिल अख्तर दिल्ली दरबार में थाम सकते हैं कांग्रेस का हाथ, अटकलें तेज

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Gunjan Saha
(Desk Head)

अबुल काशिम@समाचार चक्र
पाकुड़। पूर्व विधायक अकिल अख्तर जल्द ही कांग्रेस का हाथ थाम सकते हैं। उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई है। अकिल अख्तर के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा पिछले एक-दो महीने से ही चल रहा था। इधर अकिल अख्तर के लगातार दिल्ली और रांची दौरे ने चर्चाओं को हवा दे दी है। पूर्व विधायक के करीबीयों में कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा भी लगातार सुनाई दे रहा है। अकिल अख्तर के समर्थक भी गांव गलियों में यही चर्चा करते दिख रहे हैं। अकिल अख्तर के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर उनके करीबी कार्यकर्ता और समर्थक अंदर ही अंदर उत्साहित है। इधर सूत्रों की मानें तो पूर्व विधायक अकिल अख्तर रांची में जमे हुए हैं और जल्द ही दिल्ली के लिए रवाना हो सकते हैं। हालांकि इस दावे में कितना दम है, यह आने वाला समय ही बताएगा। सूत्रों का दावा है कि एक-दो दिन में ही दिल्ली में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं से मुलाकात करेंगे। कांग्रेस आलाकमान से भी मुलाकात कर सकते हैं। इसी मुलाकात के बाद दिल्ली में ही दरबार सज सकता है।

कांग्रेस में जाने के क्या है मायने

पूर्व विधायक अकिल अख्तर का कांग्रेस में जाना कई मायनों में अहम माना जा रहा है। विशेषकर उन परिस्थितियों में जब कांग्रेस पार्टी से चार-चार बार विधायक रहे आलमगीर आलम जेल में बंद हैं और चुनाव सर पर है। सिर्फ पाकुड़ में ही नहीं, बल्कि पूरे झारखंड में कांग्रेस को मजबूती देने में विधायक आलमगीर आलम का बहुत ही अहम भूमिका रहा है। करीब 40 साल से कांग्रेस में रहकर पार्टी संगठन को मजबूत बनाने का काम किया है। इस दौरान स्पीकर से लेकर मंत्री का पद संभाल चुके हैं। अब जब झारखंड में विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने ही वाला है, ऐसे में अकिल अख्तर का कांग्रेस में शामिल होना, पूर्व मंत्री आलमगीर आलम और उनके समर्थकों की परेशानी बढ़ा सकती है। जाहिर सी बात है अकिल अख्तर के कांग्रेस में शामिल होने का मतलब कांग्रेस के टिकट पर पाकुड़ विधानसभा से उनके चुनाव लड़ने की संभावना को बल मिलता है।

आलमगीर आलम के धुर विरोधी रहे हैं अकिल अख्तर

यहां बताना जरूरी होगा कि अकिल अख्तर पूर्व मंत्री आलमगीर आलम के धुर विरोधी रहे हैं। यहां तक कि कांग्रेस पार्टी के खिलाफ भी बयान देते रहे हैं। अकिल अख्तर ने साल 2009 के विधानसभा चुनाव में आलमगीर आलम को कड़ी चुनौती दी थी और चुनाव में जीत हासिल कर चौंकाया था। अकिल अख्तर ने जेएमएम के टिकट पर चुनाव लड़ा था।यह उनका पहला चुनाव था और इसी साल राजनीति में कदम रखा था। पिछले दो चुनावों में भी अकिल अख्तर आलमगीर आलम के खिलाफ चुनाव लड़े। हालांकि दोनों ही बार उन्हें आलमगीर आलम से हार का सामना करना पड़ा। आज भी क्षेत्र में आलमगीर आलम के खिलाफ बोलते हैं। आलमगीर आलम के कार्यशैली पर सवाल उठाते हैं।

आजसू छोड़ने के बाद तृणमूल में जाने की भी थी चर्चा

अकिल अख्तर के आजसू छोड़ने के बाद तृणमूल कांग्रेस में भी जाने की चर्चाएं थी। तृणमूल कांग्रेस में जाने की चर्चाओं ने तब और ज्यादा जोर पकड़ा, जब पश्चिम बंगाल के टीएमसी के कई विधायकों के अकिल अख्तर के संपर्क में होने की बातें सामने आई। अकिल अख्तर के करीबी सूत्रों की मानें तो आजसू छोड़ने के कुछ ही दिनों बाद बंगाल के तृणमूल कांग्रेस के कई विधायकों ने अकिल अख्तर से मुलाकात की थी। तृणमूल कांग्रेस के विधायकों ने अकिल अख्तर को पार्टी में आने का प्रस्ताव दिया था। हालांकि सूत्रों का कहना है कि उस वक्त अकिल अख्तर ने विधायकों से सोच-विचार के लिए समय भी मांगा था। इसके बाद बात आगे नहीं बढ़ी।

कांग्रेस जाने की सोचा भी नहीं था, फिर अचानक ऐसा क्या हुआ

पूर्व विधायक अकिल अख्तर के करीबियों की माने तो राजनीतिक सफर में कभी भी कांग्रेस के रास्ते चलने की सोचा भी नहीं था। अचानक से राजनीतिक परिस्थितियों को देखते हुए मूड बना और कांग्रेस के रास्ते राजनीतिक जमीन को तलाशने में लग गए। सूत्रों का कहना है कि झारखंड की राजनीतिक परिस्थितियों ने अकिल अख्तर का ध्यान कांग्रेस में खींच लाया। सूत्रों का दावा है कि आजसू पार्टी छोड़ने के तुरंत बाद कांग्रेस के कई नेताओं का अकिल अख्तर को फोन पर शुभकामनाएं आई। यह भी दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने पार्टी में आने का स्वागत भी किया। पूर्व मंत्री आलमगीर आलम के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल जाने के बाद अकिल अख्तर और उन कांग्रेसी नेताओं के बीच रिश्ता गहराने लगा और बातचीत का सिलसिला चल पड़ा। अगर सूत्रों का दावा सही है तो कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर के नेताओं से अकिल अख्तर की मुलाकात कराने में भी राज्य के कई कांग्रेसी नेताओं का बड़ा रोल रहा।

राहुल गांधी से भी मुलाकात की रही चर्चा

अकिल अख्तर के राहुल गांधी से भी दिल्ली में मुलाकात की चर्चाएं रही। अकिल अख्तर के करीबी सूत्रों की माने तो अकिल अख्तर की दिल्ली में राहुल गांधी से एक दफा खास मुलाकात भी हुई है।

कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने को लेकर आश्वस्त हैं अकिल अख्तर

पूर्व विधायक अकिल अख्तर कांग्रेस के टिकट पर पाकुड़ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं। यह उनके समर्थकों का दावा है। करीबी सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस पार्टी से टिकट को लेकर बात पक्की हो चुकी है।

5 COMMENTS

  1. हे हरे राम कृष्ण जगन्नाथम प्रेमानंदी यह क्या हुआ गोला
    ऑफ़दी पानी आ गया

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