पाकुड़। झारखंड राज्य दफादार चौकीदार पंचायत पाकुड़ जिला शाखा की ओर से एकदिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। आयोजित सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में राज्य अध्यक्ष कृष्ण दयाल सिंह एवं विशिष्ट अतिथि संथाल परगना प्रमंडल के प्रभारी धीरेन माल शामिल हुए।
आयोजित सम्मेलन में जिला कमेटी का पुनर्गठन किया गया। जिसमें शिबू पहाड़िया को सर्वसम्मति से जिलाध्यक्ष मनोनीत किया गया। इसके अलावा मोहन हांसदा को जिला उपाध्यक्ष, पंचानन सरकार को जिला सचिव एवं प्रणव माल को जिला कोषाध्यक्ष बनाया गया।
नव मनोनीत सभी पदाधिकारियों का माला पहनकर स्वागत करते हुए बधाई दी गई। इस दौरान राज्य अध्यक्ष कृष्ण दयाल सिंह ने कहा कि जिला स्तर पर सरकारी और गैर सरकारी चौकीदारों पर हो रहे जुल्म का शक्ति से विरोध करें और संगठन को मजबूत बनाएं।
उन्होंने कहा कि दिन-रात सरकार और प्रशासन के दिशा निर्देश पर ईमानदारी से काम करते हैं। फिर भी हमारी मांगों पर सरकार पहल नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि 23 नवंबर 2023 से 22 दिसंबर तक मांगों को लेकर राजभवन के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया। उस वक्त बरही के विधायक उमाशंकर अकेला के पहल पर सरकार के तत्कालीन विभागीय प्रभारी मंत्री आलमगीर आलम से 21 दिसंबर को चौकीदार दफादार के प्रतिनिधि मंडल के साथ वार्ता हुई। आठ सूत्री मांगों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया। आश्वासन के आधार पर 22 दिसंबर को आंदोलन स्थगित किया गया। एक महीना बीत जाने के बावजूद अभी तक हमारी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि हमारी मुख्य नौ मांगे हैं, जिसके लिए हम बरसों से संघर्ष कर रहे हैं। इनमें सेवा से विमुक्त चौकीदारों को पुनः योगदान कराने, सेवा विमुक्त एवं एवजी चौकीदारों के रिक्त पदों पर निकाले गए विज्ञापन को रद्द करने और विज्ञापन निकालने पर रोक लगाने, 1 जनवरी 1990 के पूर्व और बाद में सेवानिवृत्ति चौकीदार दफादार के आश्रितों की नियुक्ति पूर्व नियुक्ति प्रक्रिया के अनुसार करने, चौकीदारों के रिक्त पदों पर विज्ञापन निकालकर नियुक्ति करने पर रोक लगाने, झारखंड चौकीदार संवर्ग नियमावली 2015 के आलोक में 100 से 120 आवासीय घरों पर बीट सृजित करने, वर्दी भत्ता प्रतिवर्ष 10,000 रुपए देने, चौकीदार दफादार को भी 13 माह का वेतन देने, स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का लाभ देने आदि मांगे शामिल है।
मौके पर धीरेन माल, रंजीत राजवंशी, पंचानन सरकार, अजय माल, प्रणव माल, बिरजू मरांडी, मनोज राजवंशी, मंटू माल पहाड़िया, रविंद्र नाथ राजवंशी, निमाई रजवार, अजय सरकार, दुलाल चंद्र माल, भीम सोरेन, पिंकी पहाड़िया, धनंजय राजवंशी, शंकर प्र. राय, राजकिशोर माल पहाड़िया, निर्मल दास, सागर राय, लक्ष्मी ना. रविदास आदि मौजूद थे।