समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़। शिक्षा ही समाज की प्रगति की कुंजी है, सभी को शिक्षा पाने का अधिकार है। चाहे वह स्त्री हो या पुरुष, गरीब हो या अमीर…सभी को शिक्षा जरुरी है। इसके लिए शैक्षणिक माहौल को बेहतर बनाने और संस्थान को खुबसूरती देने की भी जरूरत है। जिससे कि बच्चों को आकर्षित कर सके। इसी सोच के साथ चर्चित समाजसेवी लुत्फल हक ने शहर के जाने-माने और पुराने स्कूलों में शामिल जिदातो गर्ल्स मिडिल स्कूल और जिदातो बंगला मिडिल स्कूल के कायाकल्प का बीड़ा उठाया है। शहर के सबसे पुराने स्कूलों में से जिदातो गर्ल्स मिडिल स्कूल और जिदातो बंगला गर्ल्स मिडिल स्कूल के जर्जर भवन को बेहतर और खूबसूरत बनाने की बीड़ा पाकुड़ के विख्यात समाजसेवी लुत्फ़ल हक ने उठाया है।
इसको लेकर लुत्फल हक ने अपने स्तर से स्कूल प्रबंधन से मिलकर कार्य प्रारंभ करने की बात कही है। जिदातो गर्ल्स मिडिल स्कूल की सेक्रेटरी शुक्ला दत्ता और प्राध्यापिका नीतू हाजरा ने लुत्फल हक से मिलकर जिदातो गर्ल्स मिडिल स्कूल की स्थिति से अवगत कराया था। बताया कि स्कूल के कई कमरों में बिजली वायरिंग नहीं की गई है। यहां तक कि कई कमरों में पंखा भी नहीं लगाया गया है। जिस कारण बच्चों को गर्मी में बड़ी मुश्किल से पढ़ाई करना पड़ता है। वहीं स्कूल के कमरों का प्लास्टर और छत डेमेज हो गए है। रंग रोगन का कार्य वर्षों से नहीं हो पाया है। इसके अलावा बंगला गर्ल्स मिडिल स्कूल की प्राचार्य शुभ्रा दत्ता ने भी स्कूल के जर्जर भवन के बारे में बताया।
यह भी बताया कि कमरे नहीं रहने के कारण पेड़ के नीचे पढ़ाई करने के लिए बच्चे मजबूर है। ज़ब बारिश होती है तो कमरे में जगह की कमी के कारण छात्रों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसपर लुत्फल हक ने शनिवार को जिदातो बंगला गर्ल्स मिडिल स्कूल और जिदातो गर्ल्स मिडिल स्कूल का जायजा लिया। दोनों स्कूल के बच्चों से मुलाकात की और एक एक कमरे को देखा। दोनों स्कूल में साढ़े बारह सौ बच्चे पढ़ाई करते है। इसपर लुत्फल हक ने तत्काल चेक के माध्यम से सहयोग राशि स्कूल की सेक्रेटरी शुक्ला दत्ता और प्राचार्य नीतू हाजरा को सौंपा। उन्होंने कहा कि दोनों स्कूल के जर्जर कमरों को ठीक कराया जायेगा। इसके अलावा नए कमरों का निर्माण भी कराया जायेगा। इधर समजसेवी लुत्फल हक ने पत्रकारों से कहा कि मेरे द्वारा जल्द ही पाकुड़ शहर में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को लेकर कोचिंग संस्थान खोली जाएगी। उक्त कोचिंग सेंटर में क्लास वन से एमए तक के छात्रों को निःशुल्क कोचिंग दी जाएगी।
इसके अलावा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी भी निःशुल्क कराई जाएगी। ताकि गरीब और माध्यम वर्गीय परिवार के बच्चें भी डॉक्टर, इंजीनियर, सेना, एयर होस्टेस, आईएएस, आईपीएस की तैयारी कर देश सेवा में जा सके। उन्होंने कहा कि मेरा जन्म बहुत ही गरीब घर में हुआ। मैं बचपन में पढ़ाई नहीं कर पाया। मैं काफी मुश्किल भरी जिंदगी से जूझते हुए यहां तक पहुंचा हूं। इसलिए मेरा उद्देश्य है कि मेरी तरह कोई भी गरीब परिवार का बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहे। सभी बच्चें पढ़ लिखकर एक अच्छा इंसान बने। इधर दोनों मिडिल स्कूल की प्राचार्य और सेक्रेटरी ने लुत्फल हक का आभार जताया है।