समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़। मुफस्सिल थाना क्षेत्र के नवादा गांव के एक ही परिवार के तीन लोगों की बंगाल में सड़क दुर्घटना में मौत के बाद रविवार देर रात करीब 12:00 बजे शव घर लाया गया। इस दौरान पहले से ही परिजन और काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे। एंबुलेंस की आवाज सुनते ही परिजन दहाड़ मारकर रोने लगे। परिजनों की चीख पुकार से पूरा गांव का माहौल गमगीन हो गया। अगले दिन सुबह 11:00 बजे के बाद मिट्टी दी गई। एक साथ घर से तीन-तीन जनाजे उठे। इस दौरान माहौल पूरी तरह गमगीन हो गया। परिजनों का रो-रोकर बूरा हाल हो रहा था। परिजन आंगन से जनाजा उठते ही दहाड़ मारकर रोने बिलखने लगे। इस दौरान मौजूद तमाम लोगों की आंखें नम हो गई। आस-पास के लोग, रिश्तेदार और ग्रामीण परिजनों को गले लगाकर सांत्वना देने लगे। घटना में बुरी तरह घायल अजफारूल शेख खुद दर्द से कराह रहा था और ऐसी हालत में अपनी पत्नी मंताहुरा बीवी का जनाजा उठते देखना कितना दर्द भरा रहा होगा, यह सिर्फ वही समझ सकता है। आप और हम सिर्फ माहौल को बस देख और सुन ही सकते हैं। अजफारुल कभी पत्नी को देखता और फफक-फफक कर रो पड़ता, तो कभी छोटा भाई अंतारुल तो कभी छोटी मां को देख बिलखने लगता। तीनों का शव एक साथ आंगन में रखा था। अजफारुल का दस साल का बेटा फाउद शेख खाट पर मृत पड़ी मां के चेहरे को बस निहार रहा था। अजफारुल बेटे के सर पर हाथ फेरता। आंखों में आंसू लिए कभी खुद को संभालने की कोशिश करता, तो कभी बेटा फाउद को सांत्वना देता। इसी आंगन में खाट पर मृत पड़ा अंतारुल शेख, जो दुनिया से रुखसत हो रहा था, पत्नी मैसरा बीवी पास बैठकर दहाड़ मारकर बस रोए जा रही थी। उनकी डेढ़ साल की मासूम मां को रोते देख खुद भी रो पड़ती। भले ही उस मासूम बच्ची को यह भी समझ में नहीं आ रहा था कि उसका पिता हमेशा-हमेशा के लिए सो गए हैं, अब फिर कभी पिता को नहीं देख पाएगी, लेकिन इतना तो जरूर था कि जो पिता उसकी एक आवाज पर गोद में उठा लिया करता था, आज बिल्कुल खामोश क्यों है और बस यही बात शायद डेढ़ साल की मासूम को सता रही थी। तीसरे खाट पर घर की छोटी मां यानी नहरी बीवी का शव रखा था। परिजन उनके शव के पास बैठकर बस रोए जा रहे थे। परिजनों की हालत देख मौजूद सारे लोगों की आंखें नम हो गई थी। इसी बीच आंगन से तीनों का जनाजा उठने लगे और फिर माहौल फिर से बेहद ही गमगीन हो उठा। घर के आंगन से एक साथ जनाजा निकला और जनाजे की नमाज के लिए लोग साथ-साथ चलने लगे। इसके बाद तीनों का शव कब्रिस्तान पहुंचा और मुस्लिम रिती रिवाज के मुताबिक जनाजे की रश्म पूरी की गई। नवादा गांव में ही स्थित कब्रिस्तान में जनाजे की नमाज अदा की गई। जनाजे में जन सैलाब उमड़ पड़ा। बता दें कि घटना में बुरी तरह घायल गृहस्वामी अलीम शेख अस्पताल में भर्ती हैं। घर से जब तीन-तीन जनाजे एक साथ निकल रहे थे, तब अलीम शेख भी मौत से लड़ रहे थे।

पश्चिम बंगाल में दुर्घटना में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की हुई थी मौत
बता दें कि नवादा गांव के अलीम शेख की पत्नी 45 वर्षीय सखीना बीवी पिछले कई महीनो से बीमार चल रही थी। उनका इलाज स्थानीय अस्पतालों में ही चल रहा था। लेकिन उनकी सेहत में सुधार नहीं हो रहा था। इसलिए अलीम शेख ने कोलकाता के पीजी अस्पताल में इलाज कराने के लिए सोचा। इसके बाद उन्होंने बड़ी मुश्किल से रूपयों का इंतजाम किया। शनिवार को ही शाम करीब 8:00 बजे अलीम शेख पत्नी सखीना बीवी को लेकर एंबुलेंस से कोलकाता के लिए रवाना हो गए। अलीम शेख ने अपनी बीमार पत्नी सखीना बीवी के साथ अपनी दूसरी पत्नी नहरी बीवी (42 वर्ष) और पुत्र अजफारुल शेख (32 वर्ष), दुसरा पुत्र अंतारुल शेख (25 वर्ष), पुत्र बहू यानी बड़ा पुत्र अजफारुल शेख की पत्नी मंताहुरा बीवी (30 वर्ष) एवं पड़ोसी रिजवान शेख (40 वर्ष, पिता- नाजमुद्दीन शेख) को साथ लेकर एंबुलेंस से निकल गए। नवादा से निकलने के करीब चार घंटे बाद ही खबर मिली कि एम्बुलेंस कोलकाता पहुंचने से पहले ही पश्चिम बंगाल के कल्याणी में सड़क हादसे का शिकार हो गया है। ग्रामीणों के मुताबिक कल्याणी में एम्बुलेंस एक ट्रक से टकरा गई, जिससे यह दर्दनाक हादसा हो गया। एंबुलेंस और ट्रक के बीच टक्कर इतना जबरदस्त था कि एंबुलेंस के परखच्चे उड़ गए। किस्मत से मरीज को तो नुकसान नहीं पहुंचा, लेकिन एंबुलेंस में मौजूद सारे लोग चपेट में आ गए। इस घटना में खुद अलीम शेख (मरीज के पति) और पुत्र अजफारुल शेख गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों की हालत काफी नाजुक बताई जा रही है। जबकि पड़ोसी रिजवान शेख को भी हल्की चोटें आई है। एंबुलेंस के ड्राइवर को भी चोटें आने की बातें कही जा रही है। जबकि इस दर्दनाक घटना में अलीम शेख की दूसरी पत्नी नहरी बीवी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। अलीम शेख की पुत्र बहू मंताहुरा बीवी की भी मौत हो गई। वहीं उनका दूसरा पुत्र अंतारुल शेख ने भी घटनास्थल पर दम तोड़ दिया। अलीम शेख की दूसरी पत्नी मृतका नहरी बीवी से दो पुत्र है, जिनकी शादी हो चुकी है। जबकि मृतका मंताहुरा बीवी और घायल अजफारूल शेख से 10 साल का एक बेटा फाउद शेख है। वहीं मृतक अंतारुल शेख अपने पीछे पत्नी मैसरा बीवी और डेढ़ साल की नन्ही बेटी को छोड़ गया है।

बहुत बहुत दुखद घटना घाटा आँख से अंशु निकाल गया खबर पढ़ते पढ़ते 🥺🥺👈
बहुत बहुत दुखद घटना घाटा आँख से अंशु निकाल गया खबर पढ़ते पढ़ते 🥺🥺👈अफसोस नाक