पाकुड़। फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर शनिवार से एमडीए कार्यक्रम के तहत दवाएं खिलाई जाएगी। इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. गुफरान आलम ने कार्यक्रम को लेकर शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाकुड़ में प्रेस वार्ता आयोजित कर पूरी जानकारी दी। डॉ. गुफरान आलम ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाकुड़ अंतर्गत आने वाले कुल 196 गांव के 326 बूथों पर दवा खिलाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि पहला दिन एक साथ सभी बूथों पर दवा खिलाई जाएगी। अगले दिन से 25 फरवरी यानी अभियान के अंतिम दिन तक डोर टू डोर जाकर दवा खिलाई जाएगी। अभियान को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है और शत प्रतिशत सफलता हासिल करना हमारा लक्ष्य है।
उन्होंने कहा कि फाइलेरिया को जड़ से खत्म करने के लिए पिछले साल 2023 में यह अभियान शुरू किया गया था। इस साल दूसरी बार यह अभियान शुरू हो रहा है। उन्होंने कहा कि 1 साल के बच्चे, गर्भवती महिलाएं और गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोग अभियान में शामिल नहीं है। ऐसे लोगों को दवा नहीं खिलाना है।इनके अलावा जितने भी लोग हैं सभी को दवा खिलाना है।
उन्होंने कहा की उम्र के हिसाब से दो तरह की दवा का डोज दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सिर्फ दवा देना हमारा लक्ष्य नहीं है, बल्कि दवा खिलाना हमारा लक्ष्य है। दवा देकर हम चले नहीं आएंगे, बल्कि दवा खिलाकर आएंगे। यह अभियान का मुख्य लक्ष्य होगा। इसमें स्वास्थ्य कर्मी से लेकर आंगनबाड़ी सेविकाएं और अन्य लोग भी शामिल हैं। जिनके माध्यम से दवा खिलाया जाएगा। अभियान की सफलता में मीडिया की भूमिका भी अहम होगी।
मौके पर डॉ. एहतेशामुद्दीन भी मौजूद थे।