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Maqsood Alam
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लापरवाही: पौने घंटे तक रेलवे के लिफ्ट में फंसे रहे यूपीएससी का छात्र, मदद के लिए भटकते रहे पिता

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Gunjan Saha
(Desk Head)

समाचार चक्र संवाददाता

पाकुड़। पाकुड़ रेलवे स्टेशन पर बुधवार की रात्रि रेलवे की बड़ी लापरवाही सामने आई। जिसमें यूपीएससी के एक छात्र की जान पर आफत बन आई। बिजली चले जाने से युवक लिफ्ट में पौने घंटे तक फंसा रहा। पिता रेलवे के अधिकारियों के पास बेटे की जान बचाने के लिए गुहार लगाते रहे। लेकिन उन्हें मदद के बदले डांट फटकार सुनना पड़ा। तकरीबन 45 मिनट बाद लिफ्ट इंचार्ज आए और युवक को निकाला गया। तब तक युवक घबराहट और गर्मी से सर से पैर तक पसीने से तरबतर हो चुके थे। दरअसल पाकुड़ शहर के छोटी अलीगंज के रहने वाले राकेश चंद्र मंडल रांची में रहकर जेपीएससी की तैयारी कर रहे हैं। उन्हें बुधवार को पाकुड़ रेलवे स्टेशन पर वनांचल एक्सप्रेस ट्रेन से रांची जाना था। इस दौरान एक नंबर प्लेटफार्म से दो नंबर प्लेटफार्म जाने के लिए लिफ्ट का इस्तेमाल किया। लिफ्ट में चढ़ते ही नीचे उतरते वक्त अचानक बिजली कट गई। बिजली कटते ही लिफ्ट ने काम करना बंद कर दिया और युवक राकेश चंद्र मंडल लिफ्ट के अंदर ही फंस गए। युवक राकेश चंद्र मंडल ने लिफ्ट के अंदर से ही पिता को फोन लगाया और रेलवे स्टेशन जाकर अधिकारियों से बात कर लिफ्ट से निकालने के लिए कहा। इस दौरान युवक घबराए हुए थे और पूरा शरीर पसीने से तरबतर था। पिता भागते भागते रेलवे स्टेशन पहुंचे और अधिकारियों से बेटे की जान बचाने की गुहार लगाने लगे। पिता ने बताया कि बेटे की लिफ्ट में फंसे होने की बात सुनकर मैं अंदर से हिल गया और घबराए दौड़े दौड़े स्टेशन पहुंचे। पहले पूछताछ केंद्र गया और वहां जानकारी दी। पूछताछ केंद्र से लिफ्ट इंचार्ज को फोन लगाया गया। लेकिन इंचार्ज ने फोन रिसीव नहीं किया। इसके बाद जीआरपी के पास गए, तो उन्होंने आरपीएफ के पास भेज दिया। आरपीएफ के पास गए तो वहां से फिर जीआरपी के पास भेज दिया। पिता ने बताया कि जीआरपी के द्वारा मदद तो नहीं किया गया, लेकिन उल्टा डांट फटकार सुना दिया। मैं फिर से पूछताछ केंद्र गया और वहां से फिर लिफ्ट इंचार्ज को बताया गया। इस दौरान स्टेशन मैनेजर के ऑफिस का भी ताला बंद था। पूछताछ केंद्र के स्टाफ के प्रयास से लिफ्ट इंचार्ज 45 मिनट बाद पहुंचे और बेटे को निकाला, तब जाकर राहत मिली। इस दौरान बेटे राकेश काफी घबराया हुआ था और उसका पूरा शरीर पसीना से भींगा हुआ था। लिफ्ट से निकलने के बाद उस स्थिति में भी लिफ्ट इंचार्ज के द्वारा बेटे के साथ गलत बर्ताव किया गया। वहीं युवक राकेश चंद्र मंडल ने बताया कि लिफ्ट में फंसे होने की वजह से मेरी ट्रेन छूट गई और मैं एग्जाम देने के लिए रांची नहीं पहुंच पाया। मैं छोटी अलीगंज का रहने वाला हूं और रांची में रहकर जेपीएससी की कोचिंग लेता हूं। मैं एग्जाम के लिए रांची जाने वाला था। लेकिन इस हादसे ने ट्रेन छुड़वा दी और मैं एग्जाम में नहीं बैठ पाया। युवक राकेश चंद्र मंडल ने बताया कि जिस वक्त मैं लिफ्ट में फंस गया, पिता को फोन कर जानकारी दी। मैंने लिफ्ट के अंदर से ही वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में पोस्ट किया। ताकि मुझे समय पर मदद मिल सके। लेकिन तकरीबन 45 मिनट तक लिफ्ट में फंसा रहा। मैं काफी घबरा गया था और पिताजी से बार-बार जानकारी ले रहे थे। इधर घटना को लेकर चारों तरफ रेलवे के जिम्मेदार और लापरवाह कर्मियों की किरकिरी हो रही है। लोगों में चर्चा है कि ऐसे वक्त में भी रेलवे के अधिकारी, जीआरपी या आरपीएफ मदद के लिए आगे नहीं आते हैं, तो फिर इनसे क्या उम्मीद कर सकते हैं। अगले दिन सोशल मीडिया पर लोगों ने घटना को लेकर रेलवे अधिकारियों के प्रति नाराजगी भी व्यक्त किया। वहीं स्टेशन मैनेजर एलआर हेंब्रम ने कहा कि बिजली कट जाने की वजह से ऐसा हादसा हुआ। इस मामले की जांच की जा रही है। इसमें जो भी दोषी होंगे उन पर एक्शन लिया जाएगा।

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