समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़। किसी के बीमार होने पर डॉक्टर ही एकमात्र सहारा होते है, जो इंसान को नया जीवन देता है। इसलिए डॉक्टर को भगवान का दूसरा रूप भी कहा जाता है। यह बातें एक डॉक्टर ने फिर से साबित कर दिखाया है। दरअसल दंत चिकित्सक डॉ. विकास कुमार ने एक महिला को उस दौरान रक्तदान किया, जब महिला की हालत काफी खराब थी और नर्सिंग होम में इलाज चल रहा था। महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया था। महिला के शरीर में ब्लड की कमी थी। परिजनों को चिकित्सकों ने जल्द ब्लड की व्यवस्था करने को कहा। इसकी सूचना दंत चिकित्सक डॉ. विकास कुमार को मिली। उन्होंने बिना वक्त गवाएं ब्लड बैंक पहुंचकर महिला के लिए रक्तदान किया। महिला का नाम जमीला बीवी है और वह रामचंद्रपुर गांव की रहने वाली है। डॉ. विकास कुमार ने रक्तदान के बाद कहा कि मैं काफी खुश हूं कि मेरा खून किसी का काम आया। अगर मेरे खून से किसी की जान बचती है, तो मैं बार-बार रक्तदान करूंगा। डॉ. विकास कुमार ने जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य रहने पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है। मौके पर झामुमो के पूर्व जिला प्रवक्ता शाहिद इकबाल, डीपीएम नीरज सिंह, स्वास्थ्य कर्मी नवीन कुमार एवं अन्य मौजूद थे।