अबुल कासिम@समाचार चक्र
पाकुड़। सदर प्रखंड के संग्रामपुर गांव में शनिवार को कांग्रेस पार्टी की ओर से कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य रूप से ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम शामिल हुए। आयोजित सम्मेलन में मंत्री आलमगीर आलम को सुनने ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। कार्यकर्ता सम्मेलन में दर्जनों की संख्या में युवाओं ने कांग्रेस पार्टी का दामन थामा। इन सभी युवाओं के आजसू पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने की जानकारी दी गई। कांग्रेस में आने वालों में युवाओं के अलावा कई बुजुर्ग भी शामिल थे। वहीं कई महिला पंचायत प्रतिनिधियों ने भी कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ली। इनमें मुख्य रूप से शेर मोहम्मद, आसाब्बेर शेख, सम्राट शेख, यामिल शेख, अहमद शेख, फताई शेख, एसराउल हक, लालू हक, सरिफुल शेख, गुलाब शेख, इंजामुल शेख, सलीम शेख, आलफु शेख, बादरी शेख, तोरब शेख, हजरत शेख, रसूल शेख, अजफारूल शेख, मासाउर शेख, रहीम शेख, अजीजुल शेख, अशरफ शेख, माफी शेख, सौमित्रा किस्कू, आलो पहाड़िन आदि शामिल हैं। मंत्री आलमगीर आलम ने सभी को माला और कांग्रेस का पट्टा पहनकर पार्टी में स्वागत किया। मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि सभी जाति वर्ग के लोगों को साथ लेकर चलना ही कांग्रेस की विचारधारा रही है। कांग्रेस की विचारधारा से प्रभावित होकर लोग पार्टी में शामिल हो रहे हैं। मंत्री आलमगीर आलम ने अपने संबोधन के दौरान भाजपा और आजसू पार्टी को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि राजनीति करने वाले कुछ पैसे वाले नेता अपना माल बचाने के लिए भाजपा और आजसू पार्टी में जा रहे हैं। मंत्री आलमगीर आलम ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआती दिनों का जिक्र करते हुए विधायक, स्पीकर और मंत्री पद पर रहते किए गए कार्यों को बताया। झारखंड में गठबंधन की सरकार बनने के बाद आम जनता के हित में किए गए कार्यों को भी रखा। आने वाले समय में गरीब जरूरतमंदों के लिए लाई गई योजनाओं की भी जानकारी दी। मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि एक समय था, जब इस इलाके में चलने के लिए सड़कें तक नहीं थी। मैं जब पहली बार विधायक बना, तब से जरूरत के हिसाब से सड़क और पुल पुलिया का निर्माण कराया। झारखंड में गठबंधन की सरकार बनने के बाद सड़क और पुल पुलिया से लेकर तमाम आम जरूरत को पूरा करने का काम किया जा रहा है। मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि पिछले दो बार के सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के माध्यम से हजारों लोगों को पेंशन, राशन एवं अन्य योजनाओं से जोड़ा गया। इसके बाद आवास को लेकर शिकायतें मिलने लगी। लोग अपनी जरूरत को रखते हुए आवास की मांग करने लगे। केंद्र सरकार ने आवास के लिए राशि उपलब्ध कराने से मना कर दिया। इसके बाद गठबंधन की सरकार में अबुआ आवास योजना लाया गया। इस योजना के तहत हर जरूरतमंद को आवास के लिए 02 लाख 25,000 रुपए मिलेंगे। मंत्री ने कहा कि सिर्फ वोट के लिए राजनीति करना मेरा मकसद नहीं है। लोग सर उठाकर सम्मान के साथ जिए, यही मेरी कोशिश है। मंत्री ने पिछले चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा एनआरसी लाने का हमने लगातार विरोध किया। उस दौरान हमने वादा किया था कि अगर झारखंड में गठबंधन की सरकार बनी, तो यह काम किसी भी हालत में नहीं होने देंगे। राज्य में जैसे ही हमारी सरकार बनी, पहला कदम यही उठाया गया कि झारखंड में एनआरसी लागू होने नहीं दिया जाएगा। मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि हम वोट बैंक की राजनीति नहीं करते हैं। आम जनता की सुरक्षा ही मेरा लक्ष्य और उद्देश्य है। वहीं झामुमो नेता हबिबुर रहमान ने भी मंच साझा किया और उन्होंने अपने संबोधन में मंत्री आलमगीर आलम के विकास कार्यों की जमकर तारीफ की। मंच का संचालन अल्पसंख्यक जिलाध्यक्ष शाहीन परवेज ने किया। मौके पर जिलाध्यक्ष श्रीकुमार सरकार, प्रखंड अध्यक्ष मंसारुल हक, विधायक प्रतिनिधि गुलाम अहमद बकुल व देबू विश्वास, प्रदेश सचिव सेमिनूल इस्लाम, मोहबूल शेख, सोशल मीडिया प्रभारी पियारूल इस्लाम, अमीर हमजा, मुखिया अबू ताहिर, पूर्व मुखिया मानिक हांसदा, यूथ कांग्रेस विधानसभा उपाध्यक्ष जलालुद्दीन शेख आदि मौजूद थे।

