समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़। सदर प्रखंड अंतर्गत रहसपुर पंचायत के उपमुखिया, पंचायत समिति सदस्य एवं वार्ड सदस्यों ने शुक्रवार को उपायुक्त से मुखिया एवं पंचायत सचिव पर मनमानी और अवैध उगाही का आरोप लगाया। उपायुक्त को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की। आवेदन में नाजिफा बीवी, वार्ड सदस्य हसीना खातून, नवाहार बेवा, तबस्सुम बीवी, अजमोल बीवी, फाहिमा बीवी, मंसूर शेख आदि के हस्ताक्षर हैं। आवेदन में कहा है कि मुखिया गीता कुमारी माल एवं पंचायत सचिव नुरुल होदा ने बिना ग्राम सभा किए ही सुखी संपन्न लोगों को अबुआ आवास का लाभ दिया है। पंचायत के ऐसे लोगों को आवास का लाभ देकर जियो टैग भी कराया गया है, जिनके पास ट्रैक्टर भी हैं। वहीं पंचायत के मुजकेरा बेवा जैसी गरीब और विधवा महिला को आवास का लाभ नहीं दिया गया है। आरोप लगाया है कि महिला से 10,000 रुपए की मांग की गई थी। लेकिन रुपए नहीं देने पर उनका जियो टैग नहीं किया गया। जिस वजह से गरीब और विधवा महिला को आवास नहीं मिला। आवेदन में कहा है कि मुखिया और पंचायत सचिव की मिलीभगत से घर बैठे मनमानी तरीके से अपने रिश्तेदार को आवास का लाभ दिया जा रहा है। यह भी आरोप लगाया है कि पंचायत सचिव नुरुल होदा और मुखिया पंचायत समिति सदस्य, उप मुखिया और वार्ड सदस्यों को बैठक में भी नहीं बुलाते हैं। अगर शिकायत करते हैं तो कहा जाता है कि अपनी मनमर्जी से काम करेंगे। जिसको जो करना है कर लो, कोई अधिकारी कुछ भी बिगाड़ नहीं सकता है। उपाय से आवेदन देकर मुखिया और पंचायत सचिव के विरुद्ध उचित कार्रवाई करने की मांग की है। ताकि पंचायत के ग्रामीणों के साथ न्याय हो सके। इधर मुखिया और पंचायत सचिव से संपर्क नहीं हो पाने की वजह से उनका पक्ष नहीं रखा जा सका।