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Maqsood Alam
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नौकरी की तलाश छोड़ छात्रों का भविष्य संवारने में जुटे ग्रेजुएट शुभम मध्यान

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Gunjan Saha
(Desk Head)

अबुल काशिम@समाचार चक्र
पाकुड़। शहर के सिंधीपाड़ा के रहने वाले शुभम मध्यान आधुनिक शिक्षा से छात्रों का भविष्य संवारने में जुटे हैं। अक्सर पढ़ाई के बाद युवाओं को नौकरी की तलाश रहती है। लेकिन शुभम मध्यान के साथ ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। शुभम नौकरी की तलाश में कभी नहीं रहा और ना ही नौकरी के लिए सोचा। किस तरह शिक्षा को बढ़ावा मिले, कैसे छात्र क्वालिटी एजुकेशन से खुद को स्थापित करें, कैसे राज्य और देश की तरक्की के लिए शिक्षा को फैलाया जाए, बस इसी सोच के साथ अपने प्रयास जारी रखा हैं। अपने ही घर में एक कोचिंग सेंटर शुरू किया है, जिसके जरिए छात्रों को शिक्षा मुहैया करा रहे हैं। शुभम ने हाल ही में गणित विषय पर एक क्वेश्चन बैंक भी लॉन्च किया है। शुभम का दावा है कि इस क्वेश्चन बैंक से छात्रों को बेहतर परिणाम मिलेंगे। पिता कक्कू मध्यान एवं मां संतोषी मध्यान से प्रेरणा लेकर विकसित भारत बनने में अपना योगदान सुनिश्चित करने की तमन्ना रखने वाले शुभम बेहद ही सरल स्वभाव के युवा है। एक मुलाकात में शुभम ने कहा कि मैंने दसवीं की पढ़ाई हरिणडंगा उच्च विद्यालय से एवं इंटर की पढ़ाई राज प्लस- टू से और ग्रेजुएशन बीएसके कॉलेज बरहरवा से किया है। अपने कोचिंग सेंटर जेनरेशन जेड क्लासेस को लेकर कहा कि जेनरेशन जेड क्लासेस का मकसद भारत की सबसे बड़ी एक्टिव कंपनी बनाना एवं एजुकेशन को ज्यादा से ज्यादा फैलाना है। हम चाहते हैं कि बच्चें प्रैक्टिकल नॉलेज को ज्यादा से ज्यादा सीखे। जिस तरह जापान जैसे विकसित देश अपने देश में एजुकेशन को काफी बेहतरीन तरीके से बढ़ावा देते हैं। इस तरह से भारत में भी एजुकेशन का अर्थ लोगों को एक सही इंसान बनाना एवं उन्हें जीवन में काबिल बनना हो। जेनरेशन जेड क्लासेस 2023 मार्च में एक अटैक कंपनी के रूप में शुरू हुआ था। पिछले 1 साल में जेनरेशन जेड क्लासेस भारत के कई शहरों में अपना ब्रांच खोल चुका है। इस वक्त पूरे देश में 40,000 से भी अधिक विद्यार्थी इस इंस्टीट्यूट से ऑनलाइन ऑफलाइन क्लासेस के थ्रू अपनी पढ़ाई कर रहे हैं। जेनरेशन जेड क्लासेस ने एडवांस टेस्ट सीरीज अपने खुद के मोबाइल एप्स अपनी खुद की टेस्ट सीरीज वेबसाइट जैसी कई चीजों को इन 1 साल में बनाया है। अनुमान है कि 2026 तक 2 लाख से भी अधिक विद्यार्थी इस इंस्टीट्यूट में जुड़ जाएंगे।जेनरेशन जेड क्लासेस में पहले से दसवीं क्लास तक के बच्चों को सभी विषयों की पढ़ाई करवाई जाती है। इसके साथ-साथ 11वीं एवं 12वीं के आर्ट्स के बच्चों को भी सभी विषयों की तैयारी कराई जाती है। जहां पर सभी बोर्ड्स की पढ़ाई कराई जाती है, चाहे वह झारखंड बोर्ड हो, सीबीएसई हो या आईसीएसई हो। शुभम ने कहा कि जेनरेशन जेड क्लासेस के पास जो सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी है, उसकी सहायता से वे 40 से भी अधिक बोर्ड्स की तैयारी करवा सकते हैं। इन एक साल में जेनरेशन जेड क्लासेस की काफी सारी विद्यार्थियों ने अपने बोर्ड एग्जाम में 90 प्रतिशत से अधिक मार्क्स प्राप्त किए हैं। शुभम मध्यान ने कहा कि जेनरेशन जेड क्लासेस अपने विद्यार्थियों को अधिक सक्रिय रखने के लिए साइंस लैब करवाता है। ताकि बच्चों को केमिकल्स की अच्छी खासी नॉलेज हो एवं वह प्रैक्टिकल नॉलेज को हासिल करें। इसके अलावा वे विद्यार्थियों को फिजिकली स्ट्रांग बनाने के लिए प्रत्येक सप्ताह फिजिकल एक्टिविटी करवाते हैं।प्रत्येक सप्ताह विद्यार्थियों के लिए अलग से स्पोकन इंग्लिश की क्लासेस की व्यवस्था भी कराई जाती है। हर छह महीने में विद्यार्थियों को एक विज्ञान प्रतियोगिता में भाग दिलवाया जाता है। जिसके तहत उन्हें अपने द्वारा बनाई गई नई वस्तुओं को एवं मशीनों को दिखाना होता है। इससे बच्चें क्रिएटिव होते हैं और भविष्य में भी बाकी बच्चों की तुलना में अधिक दूर तक की सोच रख सकते हैं।

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