समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़। सदर अस्पताल हमेशा से डॉक्टरों की कमी से जूझता रहा है। इसका सीधा असर जहां मरीजों पर पड़ता है। वहीं अस्पताल में मौजूद डॉक्टर और कर्मियों को भी परेशानी से जूझना पड़ता है। अस्पताल में मौजूद डॉक्टर और कर्मियों को बड़ी मुश्किल से कमियों को पूरा करना पड़ता है। यह विडंबना ही है कि सदर अस्पताल की स्थापना के सालों बाद भी स्वीकृत पदों को भरा नहीं गया। यहां स्वीकृत पदों को भरने की बात कौन कहे, अधिकतर पद स्थापना काल से ही खाली पड़े हैं। हैरानी की बात तो यह है कि सदर अस्पताल में फिजिशियन, गायनोलॉजिस्ट, एनीस्थिटिस्ट, ऑर्थोपेडिशियन, रेडियोलॉजिस्ट, साइकैटरिस्ट, पीडियाट्रिशियन, पैथोलॉजिस्ट, स्किन स्पेशलिस्ट, फोरेंसिक एक्सपर्ट, डिस्ट्रिक्ट डेंटल ऑफिसर जैसे महत्वपूर्ण पद खाली पड़े हैं। आंकड़ों की बात करें तो महज 22 फीसदी डॉक्टर की ही पोस्टिंग है। जबकि 78 फीसदी पोस्ट अभी भी खाली पड़े हैं। बता दें कि सदर अस्पताल में डॉक्टर या मेडिकल ऑफिसर को मिलाकर कुल 32 पद स्वीकृत है। इसके मुकाबले महज 7 पदों पर ही पोस्टिंग है और 25 पद रिक्त पड़ा हुआ है। आंकड़ों से साफ पता चलता है कि गरीबों को निःशुल्क इलाज मुहैया कराने के नाम पर सदर अस्पताल में डॉक्टरों की पोस्टिंग की क्या हालत है। अगर डॉक्टर ही नहीं होंगे तो मरीजों को मुकम्मल इलाज कहां से मिलेगा। सदर अस्पताल में न सिर्फ डॉक्टरों की कमी है, बल्कि स्वास्थ्य कर्मियों की भी कमी खल रही है। अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मियों की स्वीकृत पद और पोस्टिंग की बात करें तो इसमें भी हैरानी कर देने वाले आंकड़े हैं। सदर अस्पताल में नर्स से लेकर फिजियोथैरेपिस्ट, फार्मासिस्ट आदि पदों पर 41 फीसदी कर्मी ही कार्यरत है। जबकि 49 फीसदी कर्मियों के पोस्ट खाली पड़े हैं। अस्पताल में कर्मियों के 63 पद स्वीकृत है। इसके मुकाबले में 26 कर्मी ही कार्यरत है और 37 कर्मी के पद खाली पड़े हैं।
किन पदों पर कितनी पोस्टिंग कितने खाली
सदर अस्पताल में सिविल सर्जन डॉ मंटू कुमार टेकरीवाल के अलावा एक डीएस यानी उपाधीक्षक डॉ मनीष कुमार एक-एक सैंक्शन पोस्ट पर कार्यरत है। वहीं मेडिकल ऑफिसर के 11 पदों में से चार कार्यरत हैं और 7 पद रिक्त पड़े हैं। आप्थाल्मालॉजिस्ट के एक पद स्वीकृत है और एक कार्यरत भी हैं। फिजिशियन के दो स्वीकृत पदों में दोनों खाली है। वहीं सर्जन के दो स्वीकृत पदों में एक कार्यरत है और एक खाली पड़े हैं। गायनोलॉजिस्ट के दो स्वीकृत पदों पर एक भी कार्यरत नहीं है और दोनों खाली पड़ा है। एनीस्थिटिस्ट के भी दो सैंक्शन पदों के मुकाबले एक भी कार्यरत नहीं है और दोनों खाली है। ऑर्थोपेडिशियन के एकमात्र सैंक्शन पोस्ट पर एक भी कार्यरत नहीं है। वहीं रेडियोलॉजिस्ट के एक पद स्वीकृत है और वह भी खाली है। जबकि साइकैटरिस्ट के एक पद स्वीकृत है और खाली है। पीडियाट्रिशियन के दो पद स्वीकृत है और दोनों खाली पड़े हैं। एंट में एक पद स्वीकृत है और वो कार्यरत हैं। पैथोलॉजिस्ट का एक स्वीकृत पद है और वह भी खाली पड़ा है। वहीं स्किन स्पेशलिस्ट का एक पद स्वीकृत है, जिसमें आज तक पदस्थापन नहीं हुआ है। फोरेंसिक एक्सपर्ट का भी एक पद स्वीकृत है और वह भी खाली हैं। डिस्ट्रिक्ट डेंटल ऑफिसर के भी एक पद स्वीकृत है और वो खाली है। सीनियर डेंटिस्ट की बात करें तो एक स्वीकृत पद है और वो कार्यरत है।
कार्यरत चिकित्सकों के नाम
सदर अस्पताल में उपाधीक्षक डॉ मनीष कुमार सिन्हा, मेडिकल ऑफिसर में डॉ अमित कुमार, डॉ संजय कुमार झा, डॉ दिलीप कुमार और डॉ सत्य प्रकाश कार्यरत हैं। सर्जन के रूप में डॉ प्रीतम मरांडी और सीनियर डेंटिस्ट के रूप में डॉ. शाहरुख अकबर कार्यरत हैं।
योगदान के बाद से अनुपस्थित है दो चिकित्सक
सदर अस्पताल में पदस्थापित दो डॉक्टर योगदान के बाद से ही अनुपस्थित हैं। इनमें आप्थाल्मालॉजिस्ट डॉ विवेक कुमार और और डॉ मो. नईमुद्दीन शामिल है। डॉ विवेक कुमार 16 अप्रैल 2024 से अनुपस्थित है। वहीं डॉ मो. नईमुद्दीन 15 अप्रैल 2024 से अनुपस्थित है।
एकमात्र नर्स की है पोस्टिंग
सदर अस्पताल में जीएनएम के रूप में एकमात्र नर्स की ही पोस्टिंग है। जबकि जीएनएम के छह स्वीकृत पद है। इस तरह जीएनएम के पांच पद खाली पड़े हैं। इसके अलावा ईसीजी टेक्निशियन, डाइटिशियन, फिजियोथैरेपिस्ट, शल्य कक्ष सहायक, दंत सहायक, महिला स्वास्थ्य परिदर्शिका (एलएचबी), मिश्रक, एक्स-रे टेक्निशियन, नेत्र सहायक, ड्रेसर आदि के पद भी खाली पड़े हुए हैं।