समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़। जिले भर में बुधवार को क्रिसमस का पर्व हर्षोल्लास व सादगी से मनाया गया। इस अवसर पर गिरजाघरों में भीड़ उमड़ पड़ी। विशेष प्रार्थना सभा में परमेश्वर से अमन शांति की दुआएं मांगी गई। कैंडल जलाकर शांति का संदेश दिया गया। इधर बल्लभपुर स्थित जिदातो मिशन चर्च में अलग-अलग समय में दो-दो प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। पहला सुबह 9:00 बजे संताली और हिंदी भाषा में प्रार्थना सभा हुई। जिसका नेतृत्व रेव्हरन इमानुएल चित्रकार ने किया। इसके बाद 4:00 बजे बांग्ला में प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। इसका नेतृत्व स्टीफन सोरेन ने किया। इधर धनुषपूजा चर्च में दोपहर 12:00 बजे से प्रार्थना सभा शुरू हुई। जिसका नेतृत्व शर्मिला सोरेन ने किया। वहीं इस खास अवसर पर गिरजाघरों को बेहतरीन तरीके सजाया गया था। अंदर और बाहर हर तरफ रंग-बिरंगे झालर व लाइटों से जगमगा रहा था। प्रभू यीशु मसीह की खूबसूरत व आकर्षक चरनी सबकी नजरें खींच रही थी। जिसमें यीशु मसीह नन्हा-सा बालक मां मरियम की गोद में मुस्कान भरी चेहरे लेकर शांति का पैगाम दे रहे थे।
क्रिश्चियन समुदाय का यह सबसे बड़ा और शांति का संदेश लेकर आने वाला पवित्र पर्व है। जिसकी हर तरफ धूम मची हुई है। जिला मुख्यालय सहित प्रखंडों में क्रिसमस पर्व को लेकर उत्साह का माहौल देखा गया। वहीं शहर ही नहीं, ग्रामीण इलाकों में भी क्रिसमस का उमंग देखने को मिला। युवाओं और बच्चों में तो गजब का उत्साह देखा गया। एक-दूसरे को बधाई देते नजर आए। क्रिसमस को लेकर पहले से ही गजब का उत्साह देखा जा रहा था। इसकी तैयारी पिछले कई दिनों से चल रही थी। जिसे मंगलवार तक पूरा कर लिया गया। इधर क्रिसमस को लेकर मंगलवार देर रात तक बाजार में काफी ज्यादा भीड़-भाड़ थी। अंतिम दिन भी लोग अपने-अपने हिसाब से जमकर खरीदारी कर रहे थे। कपड़ा दुकान, शॉपिंग मॉल, मिठाई दुकान और केक के दुकानों में ज्यादा भीड़-भाड़ देखने को मिला था।
इसके साथ ही क्रिसमस पर्व की खास पहचान क्रिसमस ट्री, सांता क्लॉज और टोपी एवं अन्य सजावट की दुकानों में भी भेड़-भर देखा गया था। इधर क्रिसमस की पूर्व संध्या शहर में कैरोल गीत के साथ समाज के लोग जुलूस के रूप में निकले थे और पर्व की खुशी का इजहार कर रहे थे। इसमें शामिल समाज के लोगों की सामुहिक मधुर कैरोल गीत से माहौल खुशनुमा हो गया था। इस दौरान सांता क्लॉज ने बच्चों का खूब मनोरंजन किया। क्रिसमस पर सांता क्लॉज बच्चों को चॉकलेट देकर क्रिसमस का आनंद उठाया। वहीं चॉकलेट पाकर बच्चों के चेहरे खिल उठे। बच्चों ने सांता क्लॉज को शुक्रिया कहा।क्रिसमस पर्व में केक का बड़ा महत्व रहा है। एक दूसरे को केक खिलाकर खुशी का इजहार करते हैं। लोगों ने केक की दुकानों में जमकर खरीदारी की थी। एक से बढ़कर एक खूबसूरत और ताजा तरीन केक खरीदे गए थे। इस दौरान दुकानदारों से जानकारी मिली कि दो सौ रुपए से लेकर आठ सौ रुपए तक के केक दुकान में उपलब्ध थे। लोगों ने अपने-अपने जरूरत के हिसाब से केक खरीदें थे। जिसे बुधवार को क्रिसमस के खास मौके पर दोस्तों, सहेलियों, रिश्तेदारों और समाज के लोगों को खिलाया गया और खुद भी ग्रहण कर खुशी का इजहार किया। मंगलवार की आधी रात को प्रभु यीशु मसीह नन्हे बालक के रूप में चरनी में जन्म लिया।
प्रभु यीशु मसीह के जन्म लेते ही चर्च में माहौल खुशियों से भर गया। लोग खुशी से झूम उठे और प्रभु यीशु मसीह के जन्म की खुशी एक दूसरे के साथ साझा करने लगे। एक दूसरे को केक खिलाकर प्रभु यीशु मसीह के जन्म की खुशी मनाने लगे। इस दौरान जिंगल बेल जिंगल बेल जिंगल ऑन द वे के गीतों से पूरा चर्च गूंज उठा। इस खास अवसर पर विशेष प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया गया। जिसे क्रिश्चियन समाज में मिस्सा के रूप में जाने जाते हैं। इस विशेष प्रार्थना सभा में लोगों ने विश्व में शांति की प्रार्थना की। इसके बाद एक दूसरे को बधाई और समाज में एकता का संदेश दिया। इस अवसर पर गिरजाघरों में युवक-युवतियों को सेल्फी लेकर भी पर्व का आनंद लेते देखा गया। कोई दोस्तों या सहेलियों के साथ सेल्फी पोज में तस्वीरें ली, तो परिवार के साथ भी सेल्फी लेते नजर आए। इस तरह पूरा माहौल खुशियों से भर गया।