अबुल क़ासिम@समाचार चक्र
पाकुड़। पुलिस विभाग के लिए साल 2024 उपलब्धियों से भरा रहा। पुलिस के लिए यह साल कई मायनों में काफी महत्वपूर्ण भी रहा। अगर जनवरी महीने से 27 दिसंबर 2024 तक के दौरान की बात करें तो, आपराधिक और गैर कानूनी घटनाओं व कार्यों में अंकुश लगना, वांरट तथा मामलों के निष्पादन में रिकॉर्ड कायम करना, विधि व्यवस्था को बिगाड़ने वालों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई और गिरफ्तारी इत्यादि सहित निर्माण कार्यों के मामले में पुलिस विभाग ने आसान शब्दों में कहा जाए तो इतिहास रचने का काम किया है। पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार और उनकी पूरी टीम ने एक दूसरे से समन्वय बनाकर जिस तरह से टीम भावना से काम किया, उसी का नतीजा है कि पुलिस को कई उपलब्धियां मिली, जो पहले कभी नहीं हुआ। पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने हाल ही में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान विभाग को मिली उपलब्धियों को मीडिया कर्मियों के साथ साझा किया। उन्होंने बताया कि साल 2024 पुलिस डिपार्टमेंट के लिए काफी महत्वपूर्ण रहा। इस साल दो-दो इलेक्शन हुए। लोकसभा और विधानसभा का चुनाव कराया गया। इस दौरान लॉ एंड ऑर्डर का कोई भी केस नहीं आया। किसी तरह का एफआईआर भी दर्ज नहीं हुआ, शायद ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस साल कई पर्व त्यौहार भी हुए, चाहे वो किसी भी समुदाय के हो। किसी पर्व त्यौहार में भी कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई और ना ही कोई तरह का एफआईआर ही दर्ज हुआ। हालांकि इस साल विधि व्यवस्था बिगड़ने के प्रयास की कुछ घटनाएं सामने जरूर आई। लेकिन पुलिस ने तत्परता के साथ काम करते हुए समय पर विधि व्यवस्था को कायम कर लिया। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि इस दौरान विधि व्यवस्था बिगाड़ने में शामिल पचास से अधिक लोगों को जेल भेजा गया। उन्होंने बताया कि इस साल 27 दिसंबर तक का जो रिकॉर्ड है, उसके मुताबिक 584 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। इस साल 1121 वारंट का निष्पादन किया गया है। अवैध और गैरकानूनी कार्यों पर भी काफी हद तक रोक लगाई गई है। इस दौरान सीजर सहित अन्य उपलब्धियों में भी बढ़ोतरी हुई है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अमड़ापाड़ा में संचालित कोल कंपनी ने कोयला चोरी का जो आंकड़ा दिया है, उसमें भी काफी कमी आई है। आंकड़ों में बताया गया है कि पिछले दो महीने के दौरान कोयला चोरी का मामला 0.4 प्रतिशत पर आ गया है। जबकि इससे पहले यह आंकड़ा 3 प्रतिशत थी। अगर आंकड़ों पर गौर करें तो पुलिस के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। इससे कोयला कंपनी को तो करोड़ों का फायदा होगा ही, सरकार के राजस्व में भी वृद्धि होगी। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यह साल इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में भी उपलब्धियों से भरा रहा। इस साल महेशपुर और टाउन थाना को अपना नया भवन मिला। हिरणपुर थाना का नया भवन निर्माणाधीन है और अगले महीने हैंड ओवर हो जाएगा। इसके बाद हिरणपुर को भी नया भवन मिल जाएगा। अगले साल मालपहाड़ी का जो भवन जर्जर हो चुका है, वहां और रद्दीपुर ओपी को भी नया भवन मिलेगा। जिले में एससी एसटी थाना भी संचालित है। लेकिन इसका अपना भवन नहीं है। इसलिए एससी एसटी थाना के भवन निर्माण के लिए भी प्रस्ताव दिया गया है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि महेशपुर एसडीपीओ का आवास और ऑफिस निर्माण के लिए टेंडर फाइनल हो चुका है। अगले साल जनवरी के पहले या दूसरे सप्ताह तक निर्माण कार्य के लिए प्रक्रिया शुरू हो सकता है। उन्होंने बताया कि गोपीनाथपुर गांव में परमानेंट पुलिस पिकेट निर्माण के लिए जमीन चिन्हित हो गया है और अगले साल निर्माण काम शुरू हो सकता है। उन्होंने कहा कि इसी साल जन समाधान शिकायत का भी आयोजन किया गया। जो हर महीने एक बार आयोजित किए जाएंगे। इसमें शिकायत लेकर आने वाले फरियादियों के रिकॉर्ड मेंटेनेंस किए जाते हैं। उन्हें फॉलो किया जाता है। ताकि उन शिकायतों पर कार्रवाई हो सके। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि ट्रैफिक को लेकर जो समस्याएं आ रही है, उस पर भी गंभीरता से काम किया जा रहा है। इन सबके अलावा स्ट्रेचर की उपलब्धता और कई अन्य मामलों में भी पुलिस के लिए यह साल काफी अच्छा रहा है। उन्होंने कहा कि पब्लिक को बेहतर सेवा और उनकी सुरक्षा ही हमारी प्राथमिकता है। इसी सोच के साथ पुलिस विभाग काम कर रही है और आगे बढ़ रही है। मैं जिले के तमाम जनता से अपील करता हूं कि किसी भी तरह की शिकायत हो, तो बिना किसी संकोच के थाना पहुंचे। अगर थाना में सुनवाई नहीं होती है, तो इंस्पेक्टर या एसडीपीओ या डीएसपी के पास पहुंचे। अगर यहां भी आपकी सुनवाई नहीं होती है, तो सीधे हमसे मिल सकते हैं। निश्चित तौर पर आपकी बातों को सुना जाएगा और उस पर काम भी किया जाएगा। पुलिस अधीक्षक ने पूरे जिले वासियों को नए साल की शुभकामनाओं के साथ सुख समृद्धि की कामना की है।