समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़-वीमेन डॉक्टर्स विंग आई. एम. ए. झारखण्ड, पाकुड़ एवं साहिबगंज राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन झारखण्ड एवं जिला प्रशासन पाकुड़ एवं साहिबगंज के संयुक्त तत्वधान में 04 जनवरी 2025 को पुराना सदर अस्पताल परिसर में सुबह 9 बजे से मेगा महिला स्वास्थ्य कैंप और दृष्टि सुरक्षा अभियान का आयोजन किया जायेगा।जबकि 5 जनवरी को मेगा महिला स्वास्थ्य कैंप और दृष्टि सुरक्षा कैंप सदर अस्पताल साहिबगंज में लगाया जाएगा.गौर तलब हो की 2024 में पश्चिमी सिंघभूम के गुआ,गोलकेरा और टोंटो में सफलता पूर्वक मेगा महिला स्वास्थ्य कैंप और दृष्टि सुरक्षा अभियान चलाने के बाद संथाल परगना के पाकुड़ में 4 जनवरी और साहिबगंज में 5 जनवरी को मेगा महिला स्वास्थ्य कैंप और दृष्टि सुरक्षा अभियान का आयोजन किया जा रहा है।मोतियाबिंद से ग्रसित बच्चे और बूढ़े इस शिविर में आकर के एनएबीएच की क्वालिटी की सर्वोच्च मान्यता प्राप्त कश्यप मेमोरियल आई हॉस्पिटल में आँखों के मोतियाबिंद,नाखुना,कॉर्निया प्रत्यारोपण एवं आँखों के परदे की सर्जरी मुफ्त आयुष्मान भारत योजना के तहत करा सकते हैं। ऐसे इलाकों में ज्यादातर महिलाएं गर्भावस्था में कुपोषित रहती है और बच्चे भी कुपोषण की शिकार रहते हैं।ऐसी स्थिति में कॉर्नियाजनित दृष्टिहीनता और जन्मजात मोतियाबिंद इन इलाकों में पाए जाते हैं।गांव देहात में लोग डायरिया को भी अनदेखा कर देते हैं और डायरिया होने पर विटामिन ए की कमी से बच्चों में कॉर्नियाजनित दृष्टिहीनता हो जाती है। दृष्टि सुरक्षा अभियान चला करके हम ऐसे बच्चों तक पहुंच के उन्हें अत्याधुनिक इलाज उपलब्ध करा सकते हैं और उनके रौशनी बचाकर उनका भविष्य संवार सकते हैं। इस कैंप में जननांग संबंधी सूजन से ग्रसित महिलाओं का भी उपचार किया जाएगा साथ में आयरन,फोलिक एसिड और कैल्शियम की गोलियां भी मुफ्त बांटी जाएगी। पार्टिकुलर वुलनरेबल ट्राइबल ग्रुप (पीभीटीजी) के लिए मलेरिया,ट्यूबरक्लोसिस,सिकल सेल एनीमिया की स्क्रीनिंग के लिए भी कैंप लगाए जाएंगे.मौके पर मरीजों का आयुष्मान कार्ड भी बनाया जाएगा।
वीमेन डॉक्टर्स विंग आई.एम.ए. झारखण्ड की अध्यक्षा डॉक्टर भारती कश्यप ने कहा निम्नलिखित लक्षण है…
:—माहवारी के अतिरिक्त असामान्य रक्तस्राव (ब्लड स्पॉटिंग) या हल्का रक्तस्राव
:–मैनोपोज़ के बाद स्पॉटिंग या रक्तस्राव.
:–यौन संबंध बनाने के बाद रक्तस्राव.
:—बार-बार जननांग इन्फेक्शन या संक्रमण.
:–बार-बार यूरिन इन्फेक्शन,जलन होना.
:–बदबूदार सफ़ेद पानी या वेजाइनल डिसचार्ज.
:–और अगर सर्वाइकल कैंसर एडवांस स्टेज पर पहुंचता है तो ज्यादा गंभीर लक्षण दिखाई देने लगते हैं जैसे लगातार कमर,पैरों या पेल्विक (पेड़ू) में दर्द.
:–वज़न कम होना,थकान और भूख ना लगना.
:–बदबूदार सफेद पानी आना और वजाइना में असहज महसूस करना.
:– पैरों में सूजन,हड्डियों में दर्द.
:–सर्वाइकल कैंसर के खतरे के कारण
:–18 वर्ष के कम आयु के पहले सम्भोग करना.
:–एक से अधिक लोगों के साथ यौन संबंध।
:–यौन रोगों का व्यक्तिगत इतिहास।
• कई गर्भधारण।
:–बिना डॉक्टर की सलाह के गर्भनिरोधक गोलियों को लम्बे समय तक प्रयोग।
:–कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली।
• धुम्रपान/ तम्बाकू का सेवन।
यह काम जरुर करें….
यदि आप ऊपर दिये गए किसी भी लक्षण को अनुभव करें तो शीघ्र ही डॉक्टर से सलाह लें।
:–सभी विवाहित अथवा यौन सक्रिया महिलाओं तथा प्रौढ़ महिलाओं को नियमित रूप से वी.आई.ए. (विजुअल इंस्पैकशन विद एसेटिक एसिड) या पैप स्मियर टेस्ट के द्वारा जाँच करानी चाहिए। सही जननांग स्वच्छता बनाएं रखें।
:–किशोरावस्था एवं प्रारंम्भिक युवा अवस्था में यौन संबंध रखने से बचें।
:–एक से अधिक लोगों के साथ यौन संबंध न रखें।
:–यौन प्रसारित बिमारियों से स्वयं को बचाएं।
:–किसी भी प्रकार के तम्बाकू उत्पाद का प्रयोग न करें।
:–9 से 25 वर्ष के आयु में एच.पी.बी. टीकाकरण करवा कर स्वयं को बचाएं।
:– अधिक सुरक्षा हेतु टीकाकरण किशोर अवस्था में यौन सक्रिया होने से पूर्व कराएं।
:–याद रखें कि टीकाकरण के पश्चात भी नियमित रूप से जाँच अवश्य कराएं।