समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़। “एलेक्स सैम” का नाम सुनते ही आंखों में अनाथ और बेसहारा बच्चों को ना सिर्फ सहारा देने वाले, बल्कि माता-पिता की तरह देखभाल करने वाले शख्शियत की छवि उभरकर सामने आ जाती है। अनाथों का नाथ कहे जाने वाले एलेक्स सैम आज पहचान के मोहताज नहीं है। पत्नी सुनीता मरांडी संग सैंकड़ों अनाथ और बेसहारा बच्चों को समाज के मुख्य धारा से जोड़ने वाले एलेक्स सैम पाकुड़ जिला ही नहीं, बल्कि देश-विदेश में भी अपनी छाप छोड़ी है। एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत भी है। एलेक्स सैम के लिए यह कहते कोई हिचक नहीं होती कि दुख में जो हमारे आंसू पोंछे, हमें संभाले वह हमारे दिल के बेहद करीब होते हैं, भले ही उससे हमारा कोई भी करीबी रिश्ता ना हो या फिर रिश्ता ही ना हो, ऐसे लोगों से हमारा दिल का रिश्ता होता है। आज इन बातों को कहते गर्व महसूस होना चाहिए कि सामाजिक कार्यों में दिलचस्पी रखने वाले एलेक्स सैम को गुरुवार को नई दिल्ली में राष्ट्रीय युवा प्रेरणा पुरस्कार 2025 से नवाजा गया है।

नई दिल्ली में एलटीजी ऑडिटोरियम हाउस में प्राथमिक शिक्षा मंत्री स्वतंत्र प्रभार सतीश चंद्र द्विवेदी ने उन्हें अपने हाथों से यह अवार्ड दिया है। यह अवार्ड महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की स्मृति में दिया गया है। इस पुरस्कार का उद्देश्य युवाओं को प्रेरित करना और उनके सामाजिक कार्यों को मान्यता देना है। एलेक्स सैम को यह पुरस्कार उनके सामाजिक कार्यों और युवाओं को प्रेरित करने के प्रयासों के लिए दिया गया है। इन्होंने अपने जिला ही नहीं, बल्कि राज्य और देश का नाम रौशन किया है। एलेक्स सैम सामाजिक कार्यों में करीब 18 साल से जुड़े हुए है। इसके अलावा उन्हें कई अन्य पुरस्कारों से देश एवं विदेशों में भी नवाजा गया है।
एलेक्स सैम एवं उनकी धर्म पत्नी सुनीता मरांडी निरंतर समाज के उत्थान में किसी न किसी रूप से अपनी सहभागिता सुनिश्चित करते है। इस अवसर पर एलेक्स सैम ने कहा कि मैं इस पुरस्कार के लिए आभारी हूं। मैं अपने सामाजिक कार्यों को जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हूं। उन्होंने आगे कहा कि मैं युवाओं को प्रेरित करने और उन्हें सामाजिक कार्यों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए काम करना जारी रखूंगा। मौके पर मुख्य रूप से भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजी, फिजिक्स वल्लाह के निदेशक मंडल व अन्य उपस्थित थे।