नाज़िर हुसैन @समाचार चक्र
महेशपुर। महेशपुर प्रखंड में कार्यरत मनरेगा के कनीय अभियंता रंजीत मंडल को बीते रात दुमका पुलिस की टीम ने महेशपुर पुलिस के सहयोग से प्रखंड कार्यालय में लाइव में स्थापित सरकारी आवास से गिरफ्तार कर लिया। कनीय अभियंता को गिरफ्तार करने के बाद दुमका पुलिस ने उसे अपने साथ दुमका लेकर चली गई। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रंजीत मंडल को साइबर क्राइम से संबंधित मामले को लेकर हिरासत में लिया गया है। हालांकि इसके पीछे की वजह क्या है यह पता नहीं चल रहा है। परंतु यह विषय महेशपुर में चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं इस घटना के बाद महेशपुर प्रखंड कार्यालय में पदस्थापित अन्य कर्मियों के बीच हड़कंप मच गया है। लोगों के बीच चर्चा है कि आखिर रंजीत मंडल को पुलिस रात के अंधेरे में गिरफ्तार क्यों किया। बताते चले कि रंजीत मंडल दुमका जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र दामोडीह निवासी है। वह बरसों से महेशपुर प्रखंड में कनीय अभियंता के पद पर कार्यरत है। सूत्र बताते हैं कि रंजीत मंडल का शहरग्राम में पेट्रोल पंप तथा रामगढ़ में भी पेट्रोल पंप है। इसके अलावा कई जगह में करोड़ों का फ्लैट भी है। हालांकि सूत्र से यह भी पता चला है कि रंजीत मंडल के रिश्तेदार घनश्याम मंडल साइबर अपराधी का सरगना था। इस घटना को लेकर बीते वर्ष 2023 में घनश्याम मंडल के खिलाफ रामगढ़ थाना में साइबर क्राइम का मामला दर्ज किया गया था। इसके बाद से घनश्याम मंडल फरार है। पुलिस को सूचना मिली थी कि घनश्याम मंडल को रंजीत मंडल अपने पनाहा में रखा है। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए रंजीत मंडल को सरकारी आवास से हिरासत में ले लिया। पुलिस ने रंजीत मंडल का दो मोबाइल भी जब्त किया है। यह घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।