समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़ । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के दो दिवसीय प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को मारवाड़ी धर्मशाला में शुरू हुई। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री गोविंद नायक, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. ओपी सिन्हा, प्रदेश मंत्री सोमनाथ भगत, प्रदेश संगठन मंत्री राजीव रंजन शामिल हुए।
अतिथियों ने बैठक के शुरुआत में स्वामी विवेकानंद की तस्वीर पर पुष्प अर्पित किया। फिर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। अभाविप के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री गोविंद नायक ने परिषद में शिक्षा कार्य और कार्य योजना तथा संगठन विस्तार के लिए प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में 3900 से ज्यादा इकाई एवं 34 लाख से भी ज्यादा कार्यकर्ता परिषद से जुड़े हैं। जो राष्ट्र हित और छात्र हित के लिए काम कर रहे हैं।
झारखंड प्रदेश संगठन मंत्री राजीव रंजन ने कहा कि विद्यार्थी परिषद के 75 वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। इस दौरान झारखंड के सभी जिलों में छात्र सम्मेलन और शैक्षणिक परिसरों में आंदोलन के साथ-साथ सभी जिलों के छात्र समूह की समस्याओं की जिलेवार समीक्षा की जा चुकी है। उन्होंने हर छात्र को परिषद के प्रयास से लाभ मिल सके, इसके लिए कार्यकर्ताओं को प्रेरित किया।
प्रदेश मंत्री सोमनाथ भगत ने युवाओं के लिए शिक्षा को जरूरी बताया। परिषद के कार्यकर्ताओं को तन मन से सजग रहने की अपील की। उन्होंने वर्तमान झारखंड सरकार को छात्र विरोधी बताया। नियोजन नीति को लेकर भी सरकार को कोसा। उन्होंने कहा कि जानबूझकर गलत नियोजन नीति बनाती हैं और अपनी राजनीतिक रोटी सेकते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने पांच लाख नौकरी देने का वादा कर बेरोजगार शिक्षित युवाओं के साथ छलावा किया है। केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति की सराहना करते हुए कहा कि यह छात्रों के लिए फायदेमंद होगा।
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष डॉ. ओपी सिन्हा ने एक वर्ष के दौरान राज्य में परिषद के द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा की। अगले एक वर्ष के कार्यक्रमों पर भी विस्तार पूर्वक बताया। वहीं झारखंड प्रांत की कार्यकारिणी ने राज्य की शैक्षणिक दुर्दशा, दिग्भ्रमित युवाओं की स्थिति और राज्य सरकार के विकास में बाधक की नीतियों को रखा।
मौके पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी परिषद के विशेष आमंत्रित सदस्य झारखंड प्रांत के प्रांत प्रमुख डॉ. पंकज कुमार, राष्ट्रीय कार्यकारिणी परिषद के सदस्य डॉ. कमलेश कुमार कमलेंदु, प्रांत उपाध्यक्ष सुमनलता, राष्ट्रीय जनजातीय कार्य सह प्रमुख प्रमोद राउत, राष्ट्रीय खेल संयोजक पल्लवी गाड़ी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य प्रताप सिंह सहित सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल थे।