समाचक्र चक्र कार्यालय
पाकुड़-एक कहावत है थोड़ा चोरी करें और वे आपको जेल में डाल देंगे, बहुत चुराएं और वे आपको राजा बना देंगे। उक्त पंक्ति अमड़ापाड़ा पुलिस पर सटीक बैठती है।
बीते तेंतीस दिन बीत जाने के बाद भी कुख्यात मास्टरमाइंड कोयला चोर को पुलिस पकड़ने में विफल साबित हो रही है। जबकि बीजीआर कंपनी के पेट्रोलिंग इंचार्ज ने अपने आवेदन पर स्पष्ट उल्लेख किया है कि अमड़ापाड़ा के एक व्यक्ति के इशारे पर कोयला चोरी का खेल हो रहा था।
अब सवाल उठता है आखिर पुलिस कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है? जबकि छोटे छोटे मामलों में बिना कोई जांच किये ही पुलिस गिरफ्तार करने के लिए दौड़ लगाती है। किसी शायर ने क्या खूब लिखा है वो रोटी चुरा के चोर हो गया, लोग मुल्क खा गए, कानून लिखते लिखते ! कोयला माफियाओं के हौंसले दिन प्रतिदिन बढ़ रहे है। यह इसलिए भी कहा जा सकता है कि वैध की आड़ में अवैध कोयला का कारोबार दिन-दहाड़े किया जा रहा है।
बीते 15 जनवरी को बीजीआर कंपनी के पेट्रोलिंग इंचार्ज मृण्मय मित्रा ने तीन डंपर अवैध कोयला को जब्त किया था। पुलिस को सूचना मिलते ही पुलिस ने तीन डंफर कोयला जब्त करते हुए सात लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। लेकिन बड़ी मच्छली तक अबतक अमड़ापाड़ा पुलिस नही पहुंच पाई है। सिंडिकेट के सरगना को तेंतीस दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है। गिरफ्तारी के बाद चालकों द्वारा पुलिस को दिए बयान में कई चौंकाने वाले मामले भी सामने आए थे। अगर पुलिस गहनता से जांच करें तो निश्चित रूप से कई चौंकाने वाले मामले सामने आ सकते हैं। इधर इस मामले में बीजीआर कंपनी के पेट्रोलिंग इंचार्ज मृण्मय मित्रा ने अमड़ापाड़ा थाना में कांड संख्या 5/23 दर्ज कराया था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सात लोगों को जेल भेज दिया है। हालांकि अमड़ापाड़ा पुलिस शेष बचे आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की बात कह रही है।
क्या है मामला…
बीते 15 जनवरी रविवार को 16 चक्का डंपर संख्या डब्लूबी 65 डी 7181, डब्लूबी 53 सी 5949 व डब्लूबी 53 सी 6088 नॉर्थ कोल माइंस के लोडिंग पॉइंट से 32-32 टन कोयला लेकर वैध कोयला लोड डंपरों के साथ माइंस क्षेत्र से निकलने के फिराक में थे। पूर्व की भांति तीनों डंपर कांटा में कोयले का वजन नहीं कराकर साइड से निकलने की फिराक में था। कांटा में मौजूद उनके लोग वक्त पर मौजूद नहीं रहने के कारण तीनों डंपर पकड़े गए। चालकों से जब कागजात की मांग की गई तो पहले तो उन्होंने बरगलाने का प्रयास किया। वहीं सख्ती बरतने पर उन्होंने पुलिस के समक्ष कई राज उगले। मामले को लेकर बीजीआर कंपनी के पेट्रोलिंग इंचार्ज मृण्मय मित्रा के लिखित शिकायत पर 12 नामजद व अन्य के विरुद्ध मामला दर्ज करते हुए पांच डंपर चालक व सह चालकों को गिरफ्तार कर लिया है।
चालकों ने उगले थे कई महत्वपूर्ण राज..
अवैध कोयला ले जा रहे डंपरों के चालकों ने पुलिस के समक्ष कई महत्वपूर्ण राज उगले हैं। गिरफ्तार किए गए चालक पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिला निवासी शेख कलीम, सैय्यद आकाश, सह चालक पियार खान, मुर्शिदाबाद निवासी मजीद शेख व साहेबगंज के बरहरवा निवासी मजीद शेख ने पुलिस को बताया कि उन्हें गुम्मा मोड़ स्थित लाईन होटल में रूकने के लिए कहा गया था। साथ ही बताया गया कि वहां से एक आदमी उन्हें कोयला खदान तक लेकर जाएगा।
इस पूरे खेल में बीजीआर कंपनी के नाइट शिफ्ट का बस ड्राइवर राजीव शेख उर्फ राजू का नाम सामने आया है। जिसने डंपरों को खदान में प्रवेश कराया। जबकि, डंपरों को निकालने का जिम्मा संगीत कुमार सिंह का था। बस ड्राइवर राजीव शेख ने बताया कि अमड़ापाड़ा के एक व्यक्ति जाबिर अली द्वारा पैसे का लालच देकर एंट्री गेट पर गार्ड सुपरवाइजर अनंत कुमार सिंह एवं शिफ्ट सुपरवाइजर ऋषिकांत तिवारी की मिलीभगत से अवैध कोयला लोड डंपरों को बाहर निकालने की योजना थी। उसने बताया कि पूर्व में भी अवैध तरीके से डंपरों को पार कराया गया है। पुलिस ने 3 चालक व 2 उप चालकों के अलावे तीनों डंपरों के मालिकों के अलावे इसमें शामिल अन्य लोगों को आरोपी बनाया।
कोयला चोरी मामले में कौन कौन है नामजद आरोपी..
डंपर संख्या डब्ल्यूबी 53 सी 6088 के मालिक, चालक और खालसी खिलाफत खान, शेख कलीम, सैय्यद आकाश, डंपर संख्या डब्ल्यूबी 53 सी 5949 के हाफिजुल और प्यारा खान, डंपर संख्या डब्ल्यूबी 65डी 7181 के हकीम, दाऊद आलम और मोजिद शेख के अलावे राजीब शेख उर्फ राजू, जाबीर अली, अनंत कुमार सिंह, ऋषिकांत तिवारी सहित अन्य लोग के विरुद्ध एफआईआर दर्ज किया गया है।