समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़ -झारखंड और पश्चिम बंगाल के सीमा से सटे गोपीनाथपुर में बकरीद के दिन प्रतिबंधित पशु की कुर्बानी दिए जाने को लकेर उत्पन्न विवाद के बाद सीमा पार के एक विशेष समुदाय द्वारा गोलीबारी, बमबाजी, आगजनी व तोड़फोड़ की घटना के बाद पाकुड़ जिला प्रशासन एवं पश्चिम बंगाल प्रशासन के अलावा शमसेरगंज और फरक्का विधायक एवं सांसद के अपील के बाद पुरे इलाके में शांति बहाल कर दी गई है। वहीं सीमा पर महिला और पुरुष जवानों को तैनात कर दिया गया है। हर आने जाने वाले लोगों पर पुलिस प्रशासन की पैनी नजर है। इधर भारतीय जनता पार्टी विधायक दल के नेता अमर कुमार बाउरी नेतृत्व में गुजरात को भाजपा के प्रतिनिधि मंडल ने हिंसा ग्रस्त क्षेत्र गोपीनाथपुर का दौरा भी किया। उन्होंने झारखंड के मौजूदा सरकार पर कई गंभीर आरोप भी लगाए। इधर नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी के लव जिहाद लैंड जिहाद शब्दों के इस्तेमाल पर कांग्रेस-जेएमएम ने पलटवार किया है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष श्रीकुमार सरकार ने भाजपा को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा भाजपा का काम ही है नफरत फैलाना। झारखण्ड में सबसे अधिक समय तक सरकार भारतीय जनता पार्टी की रही है। उनके कार्यकाल में एक भी घुसपैठिये को चिन्हित कर क्यों नहीं बाहर निकाला गया। भाजपा के नेताओं का काम ही है हर अच्छे कामों को उलझाना। स्थानीय जिला और पुलिस प्रशासन चौबीस घंटे जनता की सेवा में लगे है। कांग्रेस और झामुमों के कार्यकर्त्ता लगातार पीड़ित गांव गोपीनाथपुर के आम जनता से मिलकर हाल चाल ले रहे है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि पाकुड़ जिला पूरी तरह शांति का संदेश देता है। पाकुड़ कई मुश्किल दौर से भी गुजरा है और सभी लोग मिलजुलकर शांति बहाल भी किए है। नफरत फैलाने वालों को यहां की जनता ने मुंहतोड़ जवाब देने का काम भी किया है। गोपीनाथपुर गांव के लोग काफी अच्छे और सुलझे हुए है। हिन्दू और मुस्लिम एक साथ मिलजुलकर रहते है। यहां सीमा पार से आकर आसमाजिक किस्म के लोगों ने माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्त्ता पैनी नजर रखे हुए है। हमलोगों ने भी वहां पहुंचकर हाल हाल जाना है। स्थानीय कार्यकर्त्ता भी नजर रखे हुए है। पुलिस प्रशासन भी असामाजिक तत्व पर नजर रखे हुई है। इधर इस मामले में झामुमों जिलाध्यक्ष श्याम यादव ने भी भाजपा विधायक दल के नेता अमर कुमार बाउरी को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा नेता जी को पाकुड़ के इतिहास की जानकारी का आभाव है। वे जिस उद्देश्य से उलजुलूल बयान दे रहे है कोई लाभ नहीं मिलने वाला। सबसे अधिक भाजपा की सरकार रही है। जिला और पुलिस प्रशासन भी उनके सरकार के अधीन थी। अबतक एक भी बांग्लादेशी को क्यों नहीं ढूंढ़ पाए है। उनके पास कोई मुद्दा है ही नहीं। वोट बैंक की राजनीति कर रही है।उन्होंने कहा बीजेपी के नेताओं को प्यार करने वालों से भी नफरत है। लव जिहाद, लैंड जिहाद और पता नहीं कहां-कहां से इस तरह का शब्द चुनकर लाते है। झामुमो की टीम तीन दिनों से काम कर रही थी। स्थानीय प्रशासन ने काफी मुश्किल से माहौल को शांत कराया है, जो काबिल ए तारीफ है। भाजपा के नेताओं का काम ही माहौल को खराब करना है। गलत बयानबाजी कर राजनितिक रोटी सेंकना चाहते है। लेकिन वे लोग अपने मंसूबों पर कभी सफल नहीं होंगे।