समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़। शहर के बैंक कॉलोनी में सालों से संचालित किए जा रहे सीटी कंप्यूटर ट्रेनिंग सेंटर शिक्षा के साथ-साथ रोजगार का एक भरोसेमंद माध्यम बनकर उभर रहा है। दर्जनों हुनरमंद छात्रों को यहां से कंप्यूटर का ट्रेनिंग लेकर नौकरी का अवसर मिल चुका है। कंप्यूटर ट्रेनिंग सेंटर के निदेशक हैदर अली छात्रों को शिक्षा के साथ ही उनका प्लेसमेंट कराने में भरोसा रखते हैं। उनका मानना है कि शिक्षा तो हम कहीं से भी हासिल कर सकते हैं। लेकिन तमाम डिग्रियां हासिल करने के बाद भी रोजगार के लिए भटकना पड़ता है। इसका सीधा असर शिक्षित युवाओं की मानसिकता और उनके फ्यूचर पर पड़ता है और उन्हें पारिवारिक और सामाजिक चुनौतियों से भी जुझना पड़ता है। उन्हें मानसिक रूप से भी प्रताड़ना का शिकार होना पड़ता है। निदेशक हैदर अली का कहना है कि रोजगार के लिए युवाओं को पलायन करना पड़ता है। यह बहुत बड़ी समस्या है, जिसका खामियाजा भी भुगतना पड़ता है। उन्होंने कहा कि बहुत ही दुखद और अफसोस की बात है कि स्थानीय तौर पर शिक्षित और हुनरमंद युवाओं को रोजगार के अवसर जल्दी नहीं मिलते है। निदेशक हैदर अली कहते हैं कि छात्रों को बड़ी उम्मीद रहती है कि पढ़ाई के बाद हमें कोई ना कोई अच्छी नौकरी जरुर मिल जाएगी। लेकिन जब छात्रों का भरोसा या उम्मीद टूट जाता है, तो उन्हें एक धक्का सा लगता है। इसलिए हम कंप्यूटर शिक्षा के साथ-साथ छात्रों को रोजगार से जोड़ने का प्रयास करते हैं। उन्होंने कहा कि अब तक सैंकड़ों छात्रों को विभिन्न संस्थानों में प्लेसमेंट कराया है। इधर हाल ही में तीन होनहार छात्रों को नौकरी दिलाई गई है। नसरीन परवीन, तरन्नुम खातून और सोहेल अख्तर को अलग-अलग संस्थानों में अच्छी जगह पर नौकरी लगी है। आगे भी हमारी यही कोशिश रहेगी कि हम ज्यादा से ज्यादा छात्रों का प्लेसमेंट करा पाए। इधर नौकरी लगने से खुश नसरीन परवीन, तरन्नुम खातून और सोहेल अख्तर तीनों छात्रों ने सीटी ट्रेनिंग सेंटर और निदेशक हैदर अली की जमकर तारीफें की। कहा कि सीटी ट्रेनिंग सेंटर ना सिर्फ एक ट्रेनिंग का घर है, बल्कि यह बेरोजगार युवाओं की उम्मीदें भी है। यहां हम लोग लंबे समय से जुड़े हैं और इस दौरान शिक्षा हासिल करने के बाद दूसरे छात्रों को सीखाने का मौका भी दिया गया। इससे हमारे अंदर नेतृत्व क्षमता का विकास हुआ और हौंसला मिला। एक टीम भावना का बेहतरीन अनुभव भी मिला, जो निश्चित रूप से हमें आगे चलकर काम आएगा।
प्लेसमेंट से खुश छात्रों ने कहा
नसरीन परवीन– मेरा एसबीआई में जॉब लगा है। मैंने यहां नौकरी के लिए इंटरव्यू दिया था और हाल ही में ज्वाइन किया है। इससे पहले मैं इसी सीटी ट्रेनिंग सेंटर में अकाउंटेंट और ऑफिस इंचार्ज के रूप में काम करती थी। मुझे यहां से बहुत कुछ सीखने को मिला है। लीडरशिप का बहुत ज्यादा अनुभव मिला है। मैं जिस समाज से आती हूं, उसमें अक्सर बेटियों के लिए पढ़ाई के तुरंत बाद शादी के लिए सोचा जाता है। लेकिन मेरे साथ ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। मेरे पिता मो. इमरान अंसारी और मेरी मां फरीदा बेगम और परिवार के तमाम लोगों ने मुझे प्रोत्साहित किया। मैं परिवार के साथ-साथ सिटी ट्रेनिंग सेंटर और खास तौर पर डायरेक्टर हैदर अली सर का विशेष रूप से आभारी हूं। जिन्होंने मुझे यहां तक पहुंचाने में काफी ज्यादा मदद पहुंचाई है।
तरन्नुम खातून– मैंने साहिबगंज कॉलेज से पोस्ट ग्रेजुएट किया है। इसके बाद सिटी ट्रेनिंग सेंटर में ज्वाइन किया। मेरा एक साल का काफी अच्छा अनुभव रहा। मेरा हाल ही में एसबीआई में जॉब लगी है। इसमें सीटी ट्रेनिंग सेंटर का बहुत बड़ा योगदान रहा है। निदेशक हैदर अली सर का मैं बहुत-बहुत आभारी हूं। उन्होंने यहां तक पहुंचाने में काफी ज्यादा सपोर्ट किया। मुझे शुरू से ही मोटिवेट किया। मेरे पापा परवेज आलम अंसारी और मम्मी शबनम खातून हमेशा से चाहती थी कि मेरी बेटी पढ़ाई पूरी कर अच्छी सी नौकरी करें। आज मम्मी पापा का सपना पूरा हुआ है। इसमें सीटी ट्रेनिंग सेंटर और निर्देशक हैदर अली सर का बहुत बड़ा योगदान रहा है।
सोहेल अख्तर– मैंने महाराष्ट्र के नागपुर से इंजीनियरिंग कंप्लीट की है। इसके बाद कई कंपनी में नौकरी किया। लेकिन लॉकडाउन के समय नौकरी छूट गई। इसके बाद काफी कोशिश के बावजूद काम नहीं मिला। फिर सीटी ट्रेनिंग सेंटर के निदेशक हैदर अली सर से मेरी मुलाकात हुई। उन्होंने अपने ट्रेनिंग सेंटर में बुलाया और हम दोनों ने मिलकर एक सॉफ्टवेयर बनाया। इसके बाद हैदर अली सर ने मेरे काम को देखकर यूएस की एक कंपनी में जॉब के लिए बात की। मैं अभी उसी कंपनी में जॉब कर रहा हूं। यह यूएस की बहुत बड़ी कंपनी है, जो देश के विभिन्न राज्यों में काम कर रही है। पाकुड़ में करीब छह महीने पहले ही कंपनी का ब्रांच खुला है। कंपनी की ओर से यूएस से ही मेरा फाइनल इंटरव्यू लिया गया था। जिसमें मेरा सिलेक्शन हो गया और मैं अभी डेटा प्लानर के रूप में जॉब कर रहा हूं। इसमें सीटी ट्रेनिंग सेंटर के निदेशक हैदर अली सर का बहुत बड़ा योगदान रहा है। मैं हमेशा उनका आभारी रहूंगा।