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डीबीएल पीसीएमपीएल ने आलूबेड़ा में किया मेडिकल कैम्प का आयोजन

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Gunjan Saha
(Desk Head)

ललन झा@समाचार चक्र

अमड़ापाड़ा। डीबीएल पीसीएमपीएल (पचुवाड़ा सेंट्रल कोल माइंस प्राइवेट लिमिटेड) ने रविवार को आलूबेड़ा स्थित कैम्प कार्यालय में आलूबेड़ा, सिंगदेहरी, कठालडीह, आमझारी एवं तालझारी के ग्रामीणों के लिए मुफ्त चिकित्सीय शिविर का आयोजन किया। आमंत्रित मुख्य अतिथि बीडीओ कम सीओ श्रीमान मरांडी सहित डीबीएल के एभीपी ब्रजेश कुमार, जीएम राधा रमण राय, डीजीएम रविकांत जी ने दीप प्रज्ज्वलित कर कैम्प का शुभारंभ किया। सेंट्रल कोल ब्लॉक ऐरिया के सैकड़ों ग्रामीण महिला- पुरुषों, बच्चों अथवा जरूरतमंदों ने निबंधन करा अपना स्वास्थ्य जांच कराया।सदर अस्पताल गोड्डा के नेत्र सर्जन अंगेश कुमार सिन्हा,सदर अस्पताल पाकुड़ से आए ईएनटी विशेषज्ञ डॉ सत्य प्रकाश, सेवानिवृत्त सर्जन पीपी पांडेय ,डीबीएल के जेनेरल फिजिसियन गुंजन गौरव ने शिविर में आए लोगों की स्वास्थ्य संबंधी विभिन्न समस्याओं की जांच किया। उन्हें मुफ्त दवाईयां दी गईं। मौके पर कंपनी के पीआरओ संजय दास, एचआर प्रिंस कुमार सहित अन्य कर्मी मौजूद थे।

बीडीओ ने डीबीएल से सीएसआर के दायरे को बढ़ाने की किया अपील

बीडीओ ने चिकित्सा शिविर में अपेक्षित भीड़ न होने पर अफसोस जताया।कहा कि डीबीएल कॉरपोरेट सेक्टर की इतनी बड़ी कंपनी है। इससे क्षेत्र के विस्थापितों, प्रभावितों , बेरोजगारों, गरीबों, मजदूरों और किसानों को उम्मीदें हैं। वो अपनी सामाजिक गतिविधियों को बढ़ाएं।खनन क्षेत्र की आधारभूत व्यवस्थाओं को दुरुस्त करें। जनता के जीवन स्तर को ऊपर उठाने में ईमानदार सहयोग करें। शिक्षा, चिकित्सा, पेयजल, रोजगार, कौशल – विकास की सुविधा को बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र अति पिछड़ा, अशिक्षित आदिवासी बहुल है। इनके उत्थान और विकास के लिए बहुत कुछ करने की जरूरत है। उन्होंने डीबीएल प्रबंधन को जनकल्याण के परिप्रेक्ष्य में नशीहत देते हुए यह भी कहा कि आप और हम एक तय अवधि के बाद चले जाएंगे लेकिन ऐसा कुछ बेहतर कर दें कि विस्थापितों की आनेवाली पीढियां हमें याद करें।

एभीपी ने विस्थापितों के हक में समय के साथ बड़ा करने का दिया संकेत

ब्रजेश कुमार ने कहा कि हमारा सीएसआर का आधार पोडक्सन और सरकारी गाइडलाईन के अनुसार होता है। हमने पिछले वर्ष पांच लाख टन कोयले का प्रोडक्सन किया। हम प्रशासन को और क्षेत्र की जनता को यह आश्वस्त करते हैं कि हमारी अगली सामाजिक गतिविधि का रूप व्यापक होगा। जनहित में और बेहतर व उम्दा करने का प्रयास करेंगे।

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