समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़। डीसी मृत्युंजय कुमार बरनवाल मदरसा के फर्श पर एमडीएम का भात रखा देख भड़क गए। उन्होंने हेड मौलवी को फटकार लगाई। हेड मौलवी के साथ-साथ सहायक शिक्षक और रसोईया पर भी कार्रवाई करने की बात कही।
दरअसल डीसी मृत्युंजय कुमार बरनवाल मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य को लेकर शनिवार को निरीक्षण में निकले थे। इसी दौरान वे सदर प्रखंड के मनीरामपुर पंचायत में संचालित मदरसा जियाउल उलूम पहुंचे। डीसी मृत्युंजय कुमार बरनवाल मदरसा में एमडीएम का भात फर्श पर देखकर भड़क गए। उन्होंने हेड मौलवी मो० बदरूदोजा को तलब किया। हालांकि हेड मौलवी मो० बदरूदोजा मदरसा में मौजूद नहीं थे। तब तक डीसी मृत्युंजय कुमार बर्नवाल मौके पर मौजूद सहायक शिक्षक मंसूर आलम से फर्श पर खुले में भात रखने की वजहों की जानकारी ले रहे थे। लेकिन सहायक शिक्षक मंसूर आलम टालमटोल जवाब दे रहे थे।
इसी बीच डीसी के मदरसा में आने की सूचना पर हेड मौलवी मो० बदरूदोजा दौड़े-दौड़े पहुंचे। वहीं डीसी ने रसोईया को भी तलब किया। डीसी ने रसोईया से भी फर्श पर भात रखने को लेकर पूछताछ किया। डीसी ने रसोईया से पूछा कि क्या भात रखने के लिए बर्तन नहीं है। इस पर रसोईया ने बर्तन होते हुए भी कुछ अटपटा सा कारण बताते हुए बर्तन में भात नहीं रख पाने की सफाई दे रही थी।
डीसी ने हेड मौलवी से पूछा कि भात फर्श पर खुले में क्यों रखते हैं। डीसी के सवालों का हेड मौलवी के पास कोई जवाब नहीं था। इस सवाल पर हेड मौलवी बदरूदोजा बस चुप्पी साधे हुए थे। हालांकि हेड मौलवी रह रह कर दबी आवाज में सफाई देने की कोशिश जरूर कर रहे थे।

इसी दौरान डीसी ने हेड मौलवी मो० बदरुदोजा और सहायक शिक्षक मंसूर आलम को जमकर फटकार लगाय। हेड मौलवी और सहायक शिक्षक को खरी खोटी सुनाया। डीसी ने कहा कि सिर्फ अच्छे कपड़े पहनने से नहीं चलेगा। बर्तन होते हुए भी फर्श पर भात क्यों रखे हैं। इस तरह खुले में भात रखने से खाने वाले बच्चे बीमार होंगे। इसका कौन जवाब देगा। मैं तीनों पर कार्रवाई करूंगा। इस तरह की लापरवाही और गलती बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
डीसी ने मौके पर ही साथ चल रहे कार्यालय के कर्मी को हेड मौलवी मो० बदरुदोजा, सहायक शिक्षक मंसूर आलम और रसोइया का नाम डायरी में नोट करने के लिए कहा। फर्श में रखा भात का फोटो भी लेने को कहा। कर्मी ने फटाफट हेड मौलवी मो० बदरुदोजा, सहायक शिक्षक मंसूर आलम और रसोईया का नाम नोट किया। इस दौरान अपर समाहर्ता मंजू रानी स्वांसी ने भी हेड मौलवी और सहायक शिक्षक की जमकर क्लास ली।
अपर समाहर्ता मंजू रानी स्वांसी ने कहा कि आखिर इस तरह लापरवाही क्यों कर रहे हैं। आप क्या अपने घर में भी इसी तरह खाने की चीजों को रखते हैं। यह बिल्कुल भी बर्दाश्त के लायक नहीं है। आप एक शिक्षक हैं और बच्चों के सेहत को लेकर बिल्कुल भी संवेदनशील नहीं है। इससे पूर्व डीसी मृत्युंजय कुमार बरनवाल ने मदरसा में पढ़ने वाले बच्चों को फर्श पर बैठाने को लेकर भी सहायक शिक्षक मंसूर आलम से सवाल पूछे। उन्हें किस माध्यम से सैलरी मिलती है और मदरसा का संचालन कहां से होता है, इन सब की भी जानकारी ली।
मौके पर डीएसओ, डीपीआरओ डॉ. चंदन, बीडीओ समीर अल्फ्रेड मुर्मू भी मौजूद थे।