समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़-डीसी मृत्युंजय कुमार बर्नवाल ने सोमवार को केकेएम कॉलेज परिसर स्थित मल्टीपर्पस हॉल में छात्रों से सीधा संवाद किया। इस दौरान उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कौशल शिक्षा पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि किताबी ज्ञान के साथ-साथ कौशल शिक्षा बेहद जरूरी है। इससे व्यवसायिक ज्ञान और अनुभव बढ़ता है। अगर आप थोड़ा सा वक्त निकाल कर कौशल शिक्षा में समय देते हैं, तो आने वाला दिन आपके लिए बेहतर साबित होगा। अगर आप कंप्यूटर का ज्ञान ही हासिल कर लेते हैं, तो कहीं भी नौकरी कर आमदनी कर सकते हैं। कौशल शिक्षा छात्रों को बेहतर भविष्य की ओर ले जाता है। इसलिए कौशल शिक्षा पर ज्यादा फोकस करने की जरूरत है। डीसी मृत्युंजय कुमार बर्नवाल ने मंच पर उपस्थित प्राचार्य डॉ. शिव प्रसाद लोहरा से कॉलेज में उपलब्ध कंप्यूटर शिक्षा के बारे में भी जानकारी ली। प्राचार्य ने कॉलेज में 35 कंप्यूटर उपलब्ध होने की बात कही। हालांकि कंप्यूटर क्लास का नियमित संचालन नहीं होने की बातें सामने आई। डीसी ने जब छात्रों से पूछा तो कई छात्रों ने कहा कि कंप्यूटर की पढ़ाई नहीं होती है। इस पर डीसी ने प्राचार्य से कंप्यूटर शिक्षा को नियमित करने को कहा। इस दौरान डीसी ने सीमित संसाधन में ही छात्रों को सफलता का टिप्स दिया। उन्होंने कहा कि आपकी सफलता में संसाधनों की कमी आड़े नहीं आना चाहिए। उन्होंने छात्रों से संवाद के दौरान कई उदाहरण पेश किया, जिसमें बताया कि संसाधनों की कमी के बावजूद किस तरह सफलता की ऊंचाई तक पहुंचा जा सकता है। डीसी ने कहा कि संसाधन की कमी हो सकती है, समस्याएं भी आ सकती है। इसका मतलब यह नहीं कि आप हार मान लें। किसी भी लक्ष्य को हासिल करने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। आप सीमित संसाधन या संसाधन की कमी के बावजूद सफलता हासिल कर सकते हैं। इसके लिए आपके अंदर जज्बा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर संसाधन से सब कुछ हासिल किया जा सकता, तो केवल वही लोग आगे बढ़ते जिनके पास किसी चीज की कमी नहीं है। लेकिन ऐसा हरगिज नहीं है। अपने आसपास भी कई उदाहरण देख सकते हैं, जिनके पास सुविधाओं की घोर कमी के बावजूद आज सफलता की बुलंदी पर पहुंचा हुआ है। आपको भी तय करना होगा कि उपलब्ध संसाधन में ही या फिर लाख समस्याओं के बावजूद लक्ष्य को हासिल करना ही है। इस सोच के साथ आगे बढ़ते हैं तो लक्ष्य जरूर हासिल होगा। वहीं इस दौरान प्राचार्य ने कॉलेज एवं छात्र हित में डीसी मृत्युंजय कुमार बर्नवाल के समक्ष कई मांगों को रखा। इनमें कॉलेज के सामने मुख्य सड़क पर जलजमाव, कॉलेज कैंपस में कैंटीन, फर्नीचर, मल्टीपर्पस हॉल के लिए अलग से ट्रांसफार्मर सहित अन्य मांगे शामिल थी। आदिवासी एवं अल्पसंख्यक छात्रों ने भी हॉस्टल से जुड़ी समस्याओं को रखा। केकेएम कॉलेज में पीजी की पढ़ाई, शिक्षकों की कमी एवं अन्य समस्याओं को भी रखा गया। मौके पर डीपीआरओ डॉ. चंदन, महिला कॉलेज की प्राचार्य डॉ. सुशीला हांसदा, प्रो. मनोहर कुमार, प्रो. महबूब आलम, प्रधान सहायक नीरज कुमार आदि मौजूद थे।