समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़ । ईस्टर्न रेलवे मेंस कांग्रेस ने शनिवार को बैठक कर रेलवे के निजीकरण एवं पुरानी पेंशन योजना का पुरजोर विरोध किया। कार्यक्रम में ईआरएमसी के केंद्रीय सचिव विंध्याचल तिवारी, केंद्रीय सहायक सह सचिव पूलक रॉय, केंद्रीय संगठन सचिव संतोष कुमार भारती, शाखा अध्यक्ष आरएन वर्मा, शाखा सचिव संजीव शेखर, शाखा सहायक सचिव दीपक राम शामिल हुए।
बैठक में दर्जनों रेल कर्मियों ने हिस्सा लिया। अपने संबोधन में केंद्रीय सह सचिव विंध्याचल तिवारी ने कहा कि केंद्र सरकार रेलवे के हर स्ट्रक्चर को निजी हाथों में सौंप रही है। रेलवे का निजीकरण किसी भी दृष्टिकोण से रेल कर्मियों के हित में नहीं है। निजीकरण की नीति जनता के हित में नहीं है। इससे सिर्फ और सिर्फ कांट्रेक्टर यानी ठेकेदार को ही फायदा होगा। उन्होंने नई पेंशन योजना को लेकर कहा कि यह कर्मचारियों के हित के खिलाफ है।
उन्होंने कहा कि बहुत सारे ऐसे कर्मचारी हैं, जिन्हें नई पेंशन नीति में अधिकतम 1500 रूपए की पेंशन मिल रही है। यह राशि किसी भी हालत में एक परिवार को चलाने में सक्षम नहीं है। नई पेंशन नीति से कर्मचारियों को बहुत बड़ा धक्का लगा है। उन्होंने कहा कि इसके खिलाफ इआरएमसी महीनों से धरना प्रदर्शन कर रही है। ईआरएमसी सोई हुई केंद्र सरकार को जगाने की कोशिश कर रही है। अप्रैल महीने में लगातार 26 कार्यक्रम है। केंद्र सरकार तक शांतिपूर्ण तरीके से हम अपनी आवाज को पहुंचाने की कोशिश कर रहे है। केंद्र सरकार रेलवे का निजीकरण बंद करें। नई पेंशन योजना को हटाकर पुरानी पेंशन योजना को लागू करें।
मौके पर एसएम रंजीत चौधरी सहित दर्जनों मौजूद थे।