मकसूद आलम/अबुल क़ासिम
पाकुड़। पूर्व विधायक अकिल अख्तर समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे। सोमवार को समाजवादी पार्टी से नामांकन दाखिल करेंगे। उन्होंने इसकी घोषणा रविवार को गांधी चौक स्थित कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में की। उन्होंने मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि जनता की मांग थी कि कोई ऐसा पार्टी आएं, कोई ऐसा नेता आएं जो सबको साथ लेकर चलें। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, आदिवासी, दलित, गरीब, मजदूर, किसान, महिला सबके बारे में सोचें। जनता की मांग और उनकी भावनाओं का ध्यान रखते हुए समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ने का निर्णय लिया हूं। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ऐसी पार्टी है जो सभी को साथ लेकर चलती है। मैं अखिलेश यादव जी का तहेदिल से शुक्रिया अदा करता हूं। साथ ही समाजवादी पार्टी के तमाम नेताओं का भी आभार व्यक्त करता हूं। उन्होंने कहा कि पाकुड़ का विकास ही मेरा लक्ष्य रहा है। मैंने अपने पांच साल के कार्यकाल में स्कूल और मदरसा से लेकर पानी, बिजली, स्वास्थ्य केंद्र सहित तमाम जरूरी सुविधाएं जनता को दिया। पाकुड़ प्रखंड के झिकरहटी पश्चिमी और बेलडंगा में प्राइमरी हेल्थ सेंटर बनवाया। बड़हरवा प्रखंड में दो अस्पताल बनवाया। लगभग हर गांव में पानी के टंकी का निर्माण कराया। बिजली के लिए विधानसभा में फर्श पर बैठ गए और बंगाल से बिजली आपूर्ति शुरू की गई। बीड़ी अस्पताल को निजी खर्च पर चालू करवाया। आज बीड़ी अस्पताल को खंडहर में तब्दील कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि अगर चुनाव जीता तो इन्हीं जरूरी चीजों को दुरुस्त करुंगा। अकिल अख्तर ने कहा कि जनता परिवर्तन चाहती है। पाकुड़ की जनता ने परिवर्तन का मन बना लिया है। पूरे विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने भ्रष्टाचार को खत्म करने का मन बना लिया है।
पूर्व मंत्री आलमगीर आलम पर जमकर बरसे अकिल अख्तर
पूर्व विधायक अकिल अख्तर पूर्व मंत्री आलमगीर आलम पर जमकर बरसे। अकिल अख्तर ने कहा कि चार-चार बार विधायक बने, मंत्री और स्पीकर के पद पर रहे, फिर भी उन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया। पूर्व मंत्री को छोड़िए, उनके पुत्र को भी टिकट नहीं दिया। इसका मतलब दाल में कुछ काला है। इसलिए पूर्व मंत्री का भी टिकट काट दिया गया। इससे स्पष्ट है कि पूर्व मंत्री और उनके पुत्र को लेकर पार्टी में कुछ तो बात है। पार्टी ने टिकट काटकर साबित कर दिया है कि दाल में कुछ काला है। पाकुड़ विधानसभा की जनता ने उन्हें बहुत मौका दिया। लेकिन सिर्फ अपना फायदा उठाया। आम जनता के लिए कुछ भी काम नहीं किया। अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि पाकुड़ से मजदूरी करने लोग बाहर जा रहे हैं। पाकुड़ में मजदूरों को कोई काम नहीं मिल रहा है। मंत्री रहते हुए भी जिला अस्पताल की घोषणा नहीं कर पाए। पाकुड़ के लोगों को लूटने के लिए पश्चिम बंगाल में अस्पताल खड़े कर दिए गए। पाकुड़ के मरीज यहां से जैसे ही बंगाल जाएंगे, उन अस्पतालों में मरीज को लूट कर छोड़ दिया जाएगा।मौके पर अकील अख्तर के पुत्र अफ़ीफ़ अमसल मौजूद थे.