समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़। जिले के हिरणपुर प्रखंड अंतर्गत सिवली डांगा गांव में गुरुवार को फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष सह भाजपा नेता बाबूधन मुर्मू शामिल हुए। उनके पहुंचते ही ग्रामीणों की ओर से शानदार स्वागत किया गया। आदिवासी परंपरा से बाबूधन मुर्मू का स्वागत हुआ। पारंपरिक नृत्य संगीत के बीच बाबूधन मुर्मू का फुल माला पहनाकर भव्य स्वागत किया गया। जिसमें सैंकड़ों की तादाद में आदिवासी समाज के पुरुष और महिलाएं शामिल थे। फुटबॉल प्रतियोगिता के फाइनल में जीत हासिल करने वाली टीम को बाबूधन मुर्मू ने 60 हजार रुपए बतौर पुरुस्कृत राशि से सम्मानित किया। वहीं उप विजेता टीम को भी 50 हजार रुपए देकर पुरस्कृत किया। सेमीफाइनल में पहुंचने और हारने वाली दोनों टीमों को भी सांत्वना पुरस्कार के रूप में सात-सात हजार रुपए देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष सह भाजपा नेता बाबूधन मुर्मू ने खिलाड़ियों का हौंसला अफजाई किया। उन्होंने कहा कि खेल में हार-जीत लगा रहता है। दोनों में से किसी एक को ही जीत मिलती है। उन्होंने कहा कि हार-जीत खेल का अभिन्न और अहम हिस्सा है। इसलिए हार का मतलब यह कतई नहीं है कि वो कमजोर है। इस बात का ध्यान रखना है कि आगे से और ज्यादा मजबूती से मैदान में उतरना है। उन्होंने कहा कि हार से सबक जरूर लेना चाहिए, लेकिन हताश नहीं होना है। पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष बाबूधन मुर्मू ने कहा कि संथाल परगना में फुटबॉल का खेल काफी लोकप्रिय हो गया है। आदिवासी समाज के हमारे युवाओं में फुटबॉल खेल के प्रति काफी लगाव देखा जा रहा है। यह बहुत ही अच्छी बात है और आने वाले समय में आदिवासी युवाओं का फुटबॉल में अहम योगदान रहेगा। फुटबॉल प्रतियोगिता में जिस तरह खिलाड़ियों का प्रदर्शन रहा, बस उसे बरकरार रखने की जरूरत है। अनुशासन और मेहनत आपके भविष्य को उज्जवल बनाने में कारगर साबित होगा। इसलिए इमानदारी से अनुशासित होकर मेहनत करें, निश्चित रूप से सुखद परिणाम मिलेगा। मौके पर भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष कैलाश प्रसाद सिंह, एसटी मोर्चा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य किस्टू सोरेन, संजय कुमार मंडल, किसान मोर्चा अध्यक्ष, घाघरजनी पंचायत के मुखिया नायका सोरेन, पूर्व हिरणपुर मंडल कोषाध्यक्ष मनोज साह, क्लब अध्यक्ष विजय टुडू, सचिव दानियल टुडू, कोषाध्यक्ष सुनील टुडू, सदस्य राम किस्कू, जोगन टुडू, रूसिल हेंब्रम, ग्राम प्रधान मंडल टुडू, स्टीफन टुडू आदि मौजूद थे।