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समाचार चक्र संवाददाता
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पाकुड़-एक ओर लोग जहां धर्म-जाति के नाम पर छोटी छोटी बात पर जान के दुश्मन बन जाते हैं,खून खराबे पर उतर आते हैं।वहीं भाई-बहन का पवित्र त्योहार रक्षाबंधन हर्षोल्लास के साथ जिलेभर में मनाया गया।रक्षाबंधन जैसे पवित्र पर्व की ख़ुशी का इजहार कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय पाकुड की छात्रा (बहनों)ने प्रखंड विकास पदाधिकारी शफीक आलम की कलाई पर राखी बांधकर और एक दूसरे को मिठाई खिलाकर किया।बहनों ने बीडीओ शफीक आलम की कलाई पर राखी बांधकर हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की मिसाल को बरकरार रखा।बहनों ने बीडीओ के माथे पर रोली और चावल का टीका किया और हाथ में राखी बांधकर बहनों की रक्षा का वचन लिया। बहन ने अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर जीवन भर के लिए प्यार और सुरक्षा मांगी।बीडीओ शफीक आलम कहते है रक्षाबंधन वो त्योहार जो है न धर्म देखता है और न ही अपना-पराया। भाई-बहन के अटूट प्रेम के साथ-साथ रक्षाबंधन हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक भी है।आज भी कई हिंदू भाई ऐसे हैं जो मुस्लिम बहनों से राखी बंधवाते हैं। मुस्लिम बहनें भी अपने भाई के घर जाकर उनकी कलाई पर राखी बांधती है। यह सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल है।
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