अबुल काशिम@समाचार चक्र
पाकुड़। सदर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय इस्लामपुर की प्रधान शिक्षिका माबिया खातून पर एमडीएम का चावल बेचने का आरोप लगाया गया है। अध्यक्ष और संयोजिका का नकली हस्ताक्षर कर एमडीएम मद की राशि की फर्जी निकासी करने का भी आरोप लगा है। प्रबंध समिति के अध्यक्ष मिजारुल शेख एवं संयोजिका समरत बीवी सहित समिति के सदस्यों ने डीएसई मुकुल राज को आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है। इधर डीएसई ने बीईईओ सुमिता मरांडी को शिकायत की जांच का जिम्मा दिया है। वहीं बीईईओ सुमिता मरांडी के द्वारा मंगलवार को स्कूल में जाकर जांच करने की सूचना मिली है। हालांकि जांच में क्या मिला, इसका पता नहीं चल पाया है। वहीं आवेदन में कहा है कि प्रधान शिक्षिका माबिया खातून ने 21 अगस्त को गोदाम से 50 बोरा यानी 25 क्विंटल चावल का उठाव किया। लेकिन स्कूल में सिर्फ 20 बोरा यानी 10 क्विंटल चावल ट्रैक्टर से उतारा गया। जबकि 30 बोरा यानी 15 क्विंटल चावल स्कूल से एक किलोमीटर दूरी पर स्थित दुकान में ले जाकर बेच दिया। आवेदन में इस बात का भी जिक्र किया है कि चावल उतारने के दौरान वीडियो बनाते वक्त प्रधान शिक्षिका के द्वारा मोबाइल छीनने का भी प्रयास किया गया। आवेदन में यह भी आरोप लगाया है कि प्रधान शिक्षिका माबिया खातून ने प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं संयोजिका का फर्जी हस्ताक्षर कर एमडीएम योजना का 03 लाख 23,000 रुपए निकासी कर ली है। आवेदन के साथ फर्जी निकासी से संबंधित बैंक स्टेटमेंट भी डीएसई को दिया है। जिसे शिकायतकर्ताओं ने फर्जी निकासी के प्रमाण के रूप में बताया है। इधर प्रधान शिक्षिका पर एमडीएम योजना का चावल बेचने के आरोप के साथ ही एक वीडियो भी वायरल हुआ है। जिसमें ट्रैक्टर से चावल उतारकर एक कमरे में रखते देखा जा रहा है। शिकायतकर्ताओं का दावा है कि ट्रैक्टर से उतारा जा रहा चावल एमडीएम योजना का है। जिसे प्रधान शिक्षिका माबिया खातून के द्वारा गोदाम से लाया गया था। प्रधान शिक्षिका ने स्कूल में सारे चावल उतारने की बजाय दुकानदार को बेच दिया। इधर डीएसई मुकुल राज ने बताया कि शिकायत पर जांच चल रही है। प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी मामले की जांच कर रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधान शिक्षिका की लगातार शिकायतें मिल रही है। उन्हें दूसरे स्कूल में प्रतिनियुक्त किया जाएगा।