पाकुड़। सदर प्रखंड के मदनमोहनपुर पंचायत अंतर्गत शाहपुर गांव में शनिवार को कृमि नाशक दवा खाने के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ गई। दवा लेने के करीब 3 से 4 घंटे बाद बच्चों में पेट दर्द और उल्टी की शिकायत आने लगी। कम से कम 30 बच्चों के तबीयत बिगड़ने की बात कही गई। इन बच्चों को उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय शाहपुर में आंगनबाड़ी सेविका और सहियाओं ने दवा खिलाई थी।
दवा खाने से तबियत बिगड़ने की शिकायतों के बाद गांव में हंगामा शुरू हो गया। ग्रामीण स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ सेविका तथा सहियाओं को कोसने लगे। अभिभावकों में जबरदस्त नाराजगी देखी गई। अभिभावकों की नाराजगी का सामना कर रही सेविका और सहियाओं ने मामले की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दी। इसके बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. गुफरान आलम एवं डीएमओ डॉ. केके सिंह एंबुलेंस लेकर शाम करीब पांच बजे गांव पहुंचे। वहीं ग्रामीणों ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और डीएमओ को बंधक बना लिया। ग्रामीणों का कहना था कि जब तक बच्चे ठीक नहीं हो जाते, तब तक डॉक्टरों की टीम को गांव में ही रहना पड़ेगा।
वहीं बच्चों की तबीयत ठीक होने तक एंबुलेंस भी यही रहेगी। इस दौरान हंगामा के बीच डॉक्टरों की टीम ने जिन बच्चों की तबीयत बिगड़ी थी, उनका चेकअप भी किया। डॉक्टरों के चेकअप से पता चला कि सारे बच्चे ठीक-ठाक है। इसके बाद रात करीब 10:00 बजे ग्रामीणों ने चिकित्सकों को जाने दिया। हालांकि ग्रामीणों के मांग पर एम्बुलेंस को गांव में ही रखा गया और अगले दिन सुबह एम्बुलेंस को जाने दिया। ग्रामीणों का कहना था कि रात में एंबुलेंस की जरूरत पड़ सकती है। इसलिए रात भर एंबुलेंस गांव में ही रहेगा।
वहीं मामले की सूचना पुलिस को भी दी गई थी। हालांकि पुलिस के पहुंचने के पहले ही स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव से निकल चुकी थी और सबकुछ नॉर्मल हो चुका था।
उप्रावि शाहपुर के प्रधान शिक्षक ने कहा
उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय शाहपुर के प्रधान शिक्षक सफीकुल आलम ने कहा कि दोपहर करीब 12:00 बजे भोजन के बाद सेविका एवं सहिया के द्वारा बच्चों को दवा खिलाया गया। उन्होंने बताया कि स्कूल बंद होने के बाद सारे बच्चे घर चले गए। इसके बाद करीब 4:00 बजे गांव में बच्चों के तबीयत बिगड़ने की चर्चा फैलने लगी। पेट दर्द और उल्टी की शिकायत से अभिभावक घबरा गए। इसके बाद सेविका और सहिया की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. गुफरान आलम ने बताया कि बच्चों के तबीयत बिगड़ने की सूचना पर गांव पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि बच्चों में पेट दर्द और उल्टियां होने की शिकायतें मिली। लेकिन जब हम लोगों ने बच्चों का चेकअप किया, तो बच्चों के स्वास्थ्य में ऐसी कोई दिक्कतें नहीं थी। उन्होंने बताया कि 8-10 बच्चों का चेकअप किया गया। इनमें सभी बच्चे नॉर्मल थे। डॉ. गुफरान ने कहा कि सब कुछ सामान्य होने के बाद रात करीब 10:00 बजे गांव से लौट आए। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों के मांग पर एंबुलेंस को गांव में ही रखा गया। अगले दिन रविवार को सुबह एम्बुलेंस गांव से छोड़ दिया गया।