
हिरणपुर । भारत की पहचान भगवान राम और कृष्ण के कारण है, उक्त बातें हिरणपुर मवेशी हाट स्थित बजरंगबली मंदिर में आयोजित राम कथा में चित्रकूट मिथिलांचल से आए कथावाचक कुमार रवी शंकर ने एक भेंट में पत्रकारों से कही।
उन्होंने कहा भारत के जन-जन का प्रांणत्व ही राम है, कथावाचक ने सतयुग का उदाहरण देते हुए कहा राम राज्य में अल्प अवस्था में मृत्यु नहीं होती थी, तब ऊंच नीच का भेदभाव नहीं था।उन्होंने रामसखा भरत और निषाद का मिलन का उदाहरण देते हुए कहा निषाद नीची जाति का होने के कारण भरत से गला मिलने से कतराते है। परंतु भरत गला मिलने के लिए व्याकुल थे और आगे बढ़ कर निषाद को जकड़ कर गला मिले।
कहा आज भी रामराज्य की आवश्यकता है, इसलिए महाकवि तुलसीदास ने पहले ही लिख दिए हैं सिया राम में सब जग जानी इसलिए कलयुग में मनुष्यों के लिए मूल मंत्र राम नाम ही है इसके बिना मनुष्य जीवन ही व्यर्थ है। 1अप्रैल तक चलने वाले राम कथा में रविवार को होने वाले कथा वाचन के संबंध में काहे सती का प्रांणन्त और शिव पार्वती विवाह का प्रषंग रहेगा। कथा वाचन का मुख्य उद्देश्य राम श्रद्धा का विषय है ना कि संदेह का।
मवेशी हाट हिरणपुर रामनवमी उत्सव सह मेला में उमड़ रहे हैं श्रद्धालुओं की भीड़ और उठा रहे मेला का लुप्त। कथा वाचन सुनने के लिए जहां काफी संख्या में श्रोता घंटों वाचन असल में बैठकर राम कथा में राम युग में गोता लगा रहे हैं वही राम सिया राम राम के धुन में पूरा माहौल राममय बना हुआ है।
इधर बच्चों भी मेला में आये विभिन्न मेला सामग्रियों का आनंद उठा रहे हैं वही मेला कमेटी के द्वारा सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पूरे मेला को सीसीटीवी कैमरा की निगरानी में रखे हुए हैं जबकि हिरणपुर पुलिस चप्पे-चप्पे पर अपनी पैनी निगाहें टिकाए हुए दिखाई देते हैं।