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इसरो युवा विज्ञानी का हिस्सा बन इम्तियाज ने पाकुड़ का बढ़ाया मान

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Gunjan Saha
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अबुल काशिम@समाचार चक्र
पाकुड़। अंतरिक्ष विज्ञान में छात्रों की रुचि बढ़ाने के उद्देश्य से तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में हाल ही में संपन्न हुए युवा विज्ञानी कार्यक्रम (युविका) का हिस्सा बनकर पाकुड़ का होनहार छात्र इम्तियाज आलम ने जिले का नाम रौशन किया है। जिला मुख्यालय से करीब दस किलोमीटर दूर सदर प्रखंड के ईलामी गांव के रहने वाले इम्तियाज आलम युविका में शामिल होने वाले पाकुड़ जिले का एकमात्र छात्र बन गया है। देश भर से तकरीबन 94 हजार छात्रों ने आवेदन किया था। इनमें से 350 छात्रों का चयन हुआ, जिन्हें युविका में शामिल होने का अवसर मिला। झारखंड से दस छात्रों का चयन किया गया था। इन्हीं दस छात्रों में ईलामी गांव का इम्तियाज आलम भी शामिल था। अधिक से अधिक छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) आधारित अनुसंधान एवं करियर को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित इसरो के युविका कार्यक्रम में शामिल होकर इम्तियाज आलम दूसरे छात्रों के लिए भी प्रेरणा स्रोत बन गए हैं।

नवोदय का छात्र है इम्तियाज

इम्तियाज आलम महेशपुर तेलियापोखर नवोदय विद्यालय का छात्र है और दसवीं कक्षा में अध्ययनरत हैं। इम्तियाज होनहार छात्र है और शुरू से ही साइंस के प्रति ज्यादा रुचि रहा है। उन्हें गणित और विज्ञान विषय में ज्यादा दिलचस्पी है। इम्तियाज का सपना है कि वह साइंटिस्ट बनकर देश की सेवा करे। पिता इंतेख्वाब आलम (डीड राइटर, पाकुड़ रजिस्ट्री ऑफिस) ने बताया कि बचपन से ही पढ़ाई में मेधावी रहा है। इम्तियाज साइंटिस्ट बनना चाहता है। मुझे खुशी है कि वह साइंटिस्ट बनकर देश की सेवा करना चाहता है। एक पिता के लिए इससे ज्यादा खुशी क्या हो सकता है।

दो सप्ताह तक चला कार्यक्रम

इसरो का युवा विज्ञानी कार्यक्रम दो सप्ताह तक चला। जिसमें छात्रों को इसरो की स्थापना से लेकर उपलब्धियां और भविष्य में किए जाने वाले कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी गई। इम्तियाज आलम ने बताया कि नेशनल रिमोट सेटिंग सेंटर (एनआरएससी) बालानगर में छात्रों के लिए रहने की व्यवस्था थी। उपनगर जेडीमेटला में ट्रेनिंग सेंटर था। यहां 14 दिनों तक इसरो के बारे में बताया गया। युविका 2025 कार्यक्रम 19 मई से शुरू होकर 30 मई को संपन्न हुआ। इसरो की स्थापना, उपलब्धियां और वर्तमान में किए जा रहे शोध कार्यों की जानकारी दी गई। मैनेजमेंट टीम में शामिल साइंटिस्ट (एसएफ) हरीश पेसारा के नेतृत्व में छात्रों ने कार्यक्रम में हिस्सा लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य विज्ञान के प्रति छात्रों में रूचि बढ़ाना है। कार्यक्रम के जरिए छात्रों का शोध कार्यों में दिलचस्पी बढ़ाना है। अधिक से अधिक छात्रों को विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित (एसटीईएम) आधारित अनुसंधान एवं करियर को आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करना कार्यक्रम का मूल मकसद है।

इसरो द्वारा प्रायोजित है युवा विज्ञानी कार्यक्रम

युवा विज्ञानी कार्यक्रम (युविका) इसरो द्वारा प्रायोजित किया जाता है। यह कार्यक्रम हाई स्कूल के छात्रों के लिए दो सप्ताह का आवासीय कार्यक्रम है। इसका उद्देश्य युवा छात्रों में वैज्ञानिक जिज्ञासा और नवाचार को बढ़ावा देना है।अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विशेष रूप से छात्रों की रुचि बढ़ाना है। यह कार्यक्रम छात्रों को अंतरिक्ष मिशन, अनुसंधान और तकनीकी प्रगति के बारे में जानकारी प्रदान कर युवा दिमागों को विकसित करने पर केंद्रित है।युविका कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष विज्ञान और इसके अनुप्रयोगों की बेहतर समझ देना है।

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