समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़। पचुवाड़ा नॉर्थ कोल ब्लॉक के माइंस डेवलपर एंड ऑपरेटर (एमडीओ) पचुवाड़ा कोल माइंस प्राइवेट लिमिटेड (पीसीएमपीएल) द्वारा राजयकीयकृत प्लस- टू विद्यालय प्रांगण में नवनिर्मित बहुउद्देश्यीय सभागार, पुस्तकालय, स्मार्ट क्लास व कार्यालय कक्ष का उद्घाटन गुरुवार को उपायुक्त वरुण रंजन ने फीता काटकर कर किया। मौके पर बीजीआर माइनिंग एंड इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक रोहित रेड्डी, सहायक समाहर्ता कृष्णकांत कनवाड़िया, डीडीसी डॉ. शाहिद अख्तर, डीईओ रजनी देवी डीआरडीए निदेशक संजय कुमार दास, जिला स्थापना उप समाहर्ता विकास त्रिवेदी, बीडीओ देवेश द्विवेदी सहित कोल कंपनी के अधिकारी मौजूद थे। उपायुक्त वरुण रंजन ने कहा कि सरकार ने जिले के 3 स्कूलों को उत्कृष्ट विद्यालय में शामिल किया हैं। अमड़ापाड़ा प्लस- टू हाई स्कूल को संसाधनों व सुविधाओं से लैस कर इस विद्यालय को भी प्रीमियम स्कूल बनाया जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि अमड़ापाड़ा हाई स्कूल को बीजीआर कोल कंपनी ने गोद लिया है। इस स्कूल में संसाधनों की कमी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि अमड़ापाड़ा हाई स्कूल एक ऐसा स्कूल है, जहां कोल माइंस क्षेत्र के अलावे आसपास के सुदूरवर्ती इलाकों के बच्चें पढ़ने आ सकेंगे। उन्हें स्मार्ट क्लास, पुस्तकालय, मल्टीपर्पज कॉन्फ्रेंस हॉल आदि की व्यवस्था रहेगी। उपायुक्त ने कहा कि कल्याण विभाग द्वारा छात्रावास का भी निर्माण कराया जाएगा। जहां दूर दराज के बच्चें हॉस्टल में रहकर भी पढ़ाई कर सकते हैं। उपायुक्त वरुण रंजन ने कहा कि केवल संसाधन और सुविधा मुहैया कराने से शिक्षा के गुणवत्ता में सुधार नहीं होगी। उपायुक्त वरुण रंजन ने टाटीटोला में बीजीआर कोल कंपनी द्वारा नवनिर्मित आंगनबाड़ी केंद्र का भी उद्घाटन फीता काटकर किया। इस मौके पर उन्होंने बच्चों से सीधा संवाद करते हुए उन्हें कई टिप्स भी दिए। उपायुक्त ने कहा कि मां के बाद आंगनबाड़ी केंद्र बच्चे के शिक्षा और उनके बौद्धिक विकास का पहला केंद्र है जहां बच्चे खेल खेल में ककहरा सीखते हैं। यहां बच्चे के मानसिक विकास की नींव रखी जाती है। इसलिए आंगनबाड़ी केंद्र का साफ-सफाई अच्छा होना, गुणवत्तायुक्त पोषाहार आदि आवश्यक है। इसके अलावा उपायुक्त ने पश्चिम बंगाल पावर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा बरमसिया में संचालित अस्पताल का भी निरीक्षण किया और उसे और अधिक सुविधाजनक बनाए जाने का निर्देश दिया। उपायुक्त ने कहा कि अस्पताल में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। साथ ही यहां दिनरात डॉक्टर और नर्स भी मौजूद रहने का निर्देश दिया है।