समाचार चक्र संवाददाता
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पाकुड़-झारखंड प्रदेश कांग्रेस के महासचिव तनवीर आलम के नेतृत्व में शेरशाहबादी डेवलपमेंट सोसाइटी के एक प्रतिनिधिमंडल ने झारखंड सरकार के अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री चमरा लिंडा से राँची स्थित उनके आवास पर मुलाकात की।
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प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री को एक ज्ञापन सौंपते हुए साहिबगंज और पाकुड़ जिलों में निवासरत शेरशाहबादी समुदाय के लोगों के जातीय पहचान से संबंधित समस्याओं को शीघ्र समाधान करने की मांग रखी।ज्ञापन में कहा गया कि इन जिलों के कई परिवारों के खाता-खातियान में “शेख” के रूप में दर्जीकरण एक प्रशासनिक त्रुटि है, जिसके कारण शेरशाहबादी समाज के लोगों को जाति प्रमाण पत्र प्राप्त करने में गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।प्रतिनिधिमंडल ने आग्रह किया कि इस विषय पर राज्य सरकार द्वारा एक जांच समिति का गठन किया जाए,ताकि शेरशाहबादी समाज की सटीक पहचान सुनिश्चित हो सके और उन्हें प्रमाण पत्र निर्गत करने की प्रक्रिया सरल हो।मंत्री चमरा लिंडा ने ज्ञापन प्राप्त करते हुए प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि छठ पर्व के उपरांत इस मुद्दे पर विभागीय समीक्षा कर उचित कार्रवाई प्रारंभ की जाएगी।
इस अवसर पर तनवीर आलम ने कहा कि शेरशाहबादी समाज के लोग लंबे समय से अपनी सामाजिक पहचान और प्रमाणन से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे हैं। प्रमाण पत्र निर्गमन की स्पष्ट दिशा-निर्देशों के अभाव में कई विद्यार्थी एवं अभ्यर्थी सरकारी योजनाओं तथा आरक्षण के लाभ से वंचित हो रहे हैं।मौके पर गजनेफर इमाम उर्फ छोटू, दिलदार आलम, मो आजमाइल, वसीम अकरम सहित शेरशाहबादी डेवलपमेंट सोसाइटी के अन्य सदस्य एवं कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे।




