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Maqsood Alam
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आलूबेड़ा नॉर्थ व सेंट्रल कोल ब्लॉक के विस्थापितों के साथ सांसद विजय हांसदा ने की बैठक

कोल बीयरिंग एक्ट व आर एंड आर पॉलिसी का हो अनुपालन, अन्यथा बंद होगा कोयला खादान- सांसद

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Gunjan Saha
(Desk Head)

ललन झा @समाचार चक्र

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अमड़ापाड़ा। पचुआड़ा सेंट्रल व नॉर्थ कोल ब्लॉक के सभी गांवों के विस्थापितों व प्रभावितों ने विभिन्न बुनियादी सुविधाओं की बहाली के नाम शुक्रवार को झामुमो के क्षेत्रीय सांसद विजय हांसदा के नेतृत्व में कोयला खुदाई व ढुलाई ठप कर दिया। लाल झंडी गाड़ कोल वाहक डंपरों को सड़क पर खड़ा कर दिया। विस्थापित ग्रामीण रोजगार , शिक्षा, चिकित्सा,आवास , नियमित पेयजल व बिजली की आपूर्ति आदि तमाम नागरिक सुविधा बहाली के साथ-साथ फसल क्षतिपूर्ति की राशि भुगतान करने की मांग पर बीजीआर व डीबीएल कोल कंपनी के खिलाफ अड़ गए हैं।

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आलूबेड़ा में विस्थापितों को समस्याओं के समाधान का दिया भरोसा

सेंट्रल व नॉर्थ कोल ब्लॉक के सभी गांवों के विस्थापित व प्रभावित ग्रामीण प्रधान मूर्मू के आवास पर सांसद विजय हांसदा की अगुवाई में बैठे। विस्थापितों ने दोनों कोल कंपनियों पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। विभिन्न गांवों के ग्रामीणों ने एक-एक कर अपनी सामुहिक बुनियादी समस्या से अवगत कराया। सांसद को बताया कि उक्त दोनों ही कंपनियों ने कोल बीयरिंग एक्ट, आर ऐंड आर पॉलिसी का अनुपालन किया ही नहीं है। बीजीआर ने न तो गांवों में गोचर जमीन की सुविधा दिया है न तो पूजा स्थलों की व्यवस्था किया है और न ही कब्रिस्तान ही बनवाया है। गांवों में सामुहिक तालाब भी नहीं खुदवाया है। एलआईसी की एक-एक लाख रुपए भी लंबित है। किसी भी प्रकार की ठोस आधारभूत संरचना का विकास विस्थापित हित में नहीं किया गया है। 2019 से डब्लूबीपीडीसीएल अथवा बीजीआर नॉर्थ कोल ब्लॉक का संचालन कर रही है लेकिन स्थानीय इक्षुक ग्रामीणों को रोजगार के लिए ट्रांसपोर्टिंग से भी वंचित रखी हुई है। सेंट्रल कोल ब्लॉक अंतर्गत पड़ने वाले गांवों के ग्रामीणों ने भी कमोबेस यही समस्या सांसद को सुनाया। बिशनपुर, सकलमा, लिट्टीपाड़ा, चिलगो, सिंगडेहरी के ग्रामीणों ने प्रदूषित पेयजल पीने सहित संबंधित कंपनी द्वारा शुद्ध पेयजल की स्थायी व्यवस्था अब तक नहीं कराए जाने, रोजगार के नाम सिर्फ भरोसा देने अथवा सात-आठ हजार प्रति माह पगार की नौकरी देने, फसल की क्षति-पूर्ति राशि का वर्तमान दर से भुगतान न करने, घटिया गिट्टी से आवास की ढलाई करने, महिलाओं को पत्ता-प्लेट निर्माण में समान पैसे न देने , बाहर पढ़ रहे बच्चों को स्टाइपेंड न देने सहित अन्य कई तकलीफें सांसद को सुनाया।विस्थापितों की अंतहीन समस्यासों को सुनने के बाद सांसद ने सभा में उपस्थित बीजीआर के लाइजनिंग ऑफिसर सुमन राय तथा डीबीएल के लाइजनिंग मैनेजर पंकज द्विवेदी और लौगेस्टिक मैनेजर संजय सिंह चौहान को यह निर्देश दिया कि आप इन सभी समस्याओं को कंपनी के सक्षम अधिकारी तक एक निश्चित समय के अंदर पहुंचाएं।किसी भी हाल में इन तमाम समस्याओं का हल होना चाहिए, अन्यथा खादान बंद करा दिया जाएगा।

विस्थापितों को उनका हक मिलेगा, सांसद

बैठक के बाद सांसद ने मीडिया कर्मियों से कहा कि चुनाव की व्यस्तता की वजह से मैं विस्थापितों को समय नहीं दे पा रहा था। इस बैठक में जितनी भी समस्याएं आलोक में आईं सबों का बिंदूवार निदान कंपनी और जिला प्रशासन के सहयोग से किया जाएगा।

बैठक में मुख्यतः ये थे मौजूद

सेंट्रल व नॉर्थ कोल ब्लॉक के विस्थापित व प्रभावित ग्रामीणों के अलावे बैठक में झामुमो के वरीय व कनिय पदाधिकारी श्याम यादव, सुलेमान बास्की, मु शमद अली, अजीजूल इश्लाम, संजीत भगत, संतोष भगत, मंटू भगत , कोर्नेलियुस हेम्ब्रम, जहीरुद्दीन मियां सहित ग्रामीण रंजन मरांडी, प्रधान मूर्मू आदि मौजूद थे।

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