समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़। महेशपुर के लौगांव में कोयला लदा हाईवा पलटी मामले में केस दर्ज कर लिया गया है। महेशपुर थाना अंतर्गत कार्यरत चौकीदार सुरीन मुर्मू के लिखित आवेदन पर हाईवा के मालिक और चालक के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है। हालांकि दर्ज मामले में हाईवा के मालिक या चालक में से किसी का भी नाम उल्लेख नहीं किया गया है। कल जब लोग अखबार पढ़ेंगे तो उसमें हाईवा के मालिक या चालक का नाम पता नहीं मिलेगा। यह अलग बात है कि चौकीदार सुरीन मुर्मू ने मालिक और चालक के नियति पर सवाल उठाया है। अवैध रूप से कोयला को पश्चिम बंगाल में ले जाकर अधिक मुनाफा कमाने की नियत से चोरी छिपे हाईवा को तेजी और लापरवाही से चलाने की आशंका जताई है। आगे जाकर यही बात हाईवा के पलटने की वजह बनी। वहीं चौकीदार सुरीन मुर्मू ने हाईवा संख्या जेएच 16 एच 3710 के मालिक और चालक पर उचित कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। दोनों के विरुद्ध आईपीसी की धारा 279, 337, 338, 339, 411, 34 के तहत थाना कांड संख्या 177/23 दर्ज किया गया है। इधर थाना में दर्ज प्राथमिकी से इतना तो स्पष्ट हो गया कि कोल माइंस से हाईवा में कोयला लोड कर दूसरे रूट में जाने का यह मामला अवैध है और मालिक एवं हाईवा के चालक दोषी हैं। दर्ज मामले में भले ही हाईवा के मालिक और चालक का नाम का उल्लेख नहीं है, लेकिन उम्मीद है पुलिस जल्द ही इनके खिलाफ नियम संगत कार्रवाई करेगी। यहां सबसे बड़ा सवाल है कि अगर कोयला अवैध रूप से बंगाल की ओर ले जाया जा रहा था तो कहीं ना कहीं इसमें स्थानीय लोगों के जुड़े होने की भी आशंका है। ऐसे में सवाल है कि क्या पुलिस देखरेख में लगे या अवैध धंधे से जुड़े लोगों की पहचान कर पाएगी या फिर दिन बीतने के साथ ही मामले भी शांत होते जाएंगे। लोगों में स्थानीय कुछ चेहरों की चर्चा है, जिनकी इस धंधे में जुड़े होने की आशंका जताई जा रही है। यह भी चर्चा है कि अवैध तरीके से कोयला ले जाने का यह पहला मामला नहीं हो सकता, इस तरह का धंधा पूर्व से ही चल रहा होगा। इसलिए इस मामले की तह तक जाने के लिए गंभीरता से छानबीन करने की जरूरत है। ताकि प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर सरकार को राजस्व का नुकसान पहुंचाने वाले लोगों के चेहरे सामने आए।