पूर्णेन्दु कुमार बिमल
पाकुड़िया। भाई-बहन के अटूट प्यार और प्रकृति प्रेम का त्योहार करमा सोमवार को प्रखंड के विभिन्न गांवों में धूमधाम से मनाया गया। पाकुड़िया सहित सुदूरवर्ती लखीपोखर, पाथरडांगा, श्रीरामपुर, राधानगर, शिकारपुर, अंगरगढ़िया आदि गांवों में भुइयां घटवार और जनजातीय समाज द्वारा आयोजित करमा महोत्सव में सैकड़ों की संख्या में लोग मांदर की थाप और पारंपरिक गीतों की धून पर रातभर झूमते रहे। दो दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव में प्रखंड भर से घटवार समाज के लोग एकत्रित होकर धूमधाम से करम डाली और जावा के पौधे की पूजा अर्चना की। पथरडांगा गांव में अपने संबोधन में करमा पर्व की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता सह समारोह के आयोजक लक्ष्मण राय ने बताया कि इस पर्व में भाईयों की सुख समृद्धि के लिए बहनें उपवास करती हैं। बहने करमा भगवान की पूजा कर हम सभी भाइयों की लंबी उम्र की कामना करती हैं। इन्हीं जंगलों की बदौलत आज हमलोग जिंदा हैं। इसलिए हमलोगों ने मिलकर जंगल को बचाने का संकल्प ले लिया है। उन्होंने पेड़-पौधों से भाई-बहन की तुलना की और कहा कि हमलोगों ने पेड़ों को राखी बांधकर इस पर्व के माध्यम से उनके संरक्षण का संकल्प लिया।इधर करमा को लेकर छोटी-छोटी बच्चियों में चरम का उत्साह देखा गया ।