तेज रफ्तार और असुरक्षित ड्राइविंग घटना की बताई जा रही मुख्य वजह | हवा में उछलते हुए दस फीट दूर जाकर गिरे तीनों युवक
पाकुड़। ईशाकपुर-मालगोदाम रोड पर शुक्रवार की देर शाम दो बाइक के आमने-सामने भीषण टक्कर हो गई। जिसमें बुलेट बाइक में सवार युवक की मौत हो गई। वहीं दूसरे बाइक में सवार दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतक युवक की पहचान 24 वर्षीय उमर फारूक के रूप में हुई है।
फारुक मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चांचकी गांव का रहने वाला था। वहीं घायल दोनों युवकों में से एक की पहचान मुफस्सिल थाना क्षेत्र के ही ईलामी गांव के 30 वर्षीय सफीकुल शेख (पिता- मजिबूर शेख) और तारानगर गांव के 27 वर्षीय वहीदूर शेख (पिता- इस्माइल शेख) के रूप में की गई है। इनमें युवक सफीकुल शेख की हालत गंभीर बनी हुई है। तेज रफ्तार घटना की मुख्य वजह बताई जा रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक सफीकुल शेख और वहीदूर शेख एक ही बाइक से पाकुड़ बाजार से मालगोदाम रोड के रास्ते घर लौट रहा था। इधर विपरीत दिशा से उमर फारूक शहर की ओर आ रहा था। इसी दौरान बीड़ी अस्पताल के पास दोनों बाइक की आमने-सामने जोरदार टक्कर हो गई। दोनों बाइक के बीच टक्कर का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि तीनों युवक हवा में उछलते हुए करीबन दस फीट दूर जाकर गिरे। इस जबरदस्त टक्कर में बाइक के परखच्चे भी उड़ गए।
लोगों से मिली जानकारी के मुताबिक उमर फारूक और सफीकुल शेख गिरने के बाद दोबारा नहीं उठे। उमर फारूक की कुछ देर तक सांस चली। फिर थोड़ी देर बाद उसने दम तोड़ दिया। वहीं सफीकुल शेख बेसुध होकर गिरे पड़े थे। अगले दिन शनिवार को खबर प्रेषण तक 36 घंटे बाद भी होश नहीं आया था। पश्चिम बंगाल के धुलियान में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। शनिवार को डॉक्टरों ने उसे रेफर कर दिया। इसके बाद परिजन उसे बरहमपुर लेकर गए। परिजन की ओर से कोलकाता ले जाने की भी बात की जा रही थी।
इधर तीसरा युवक वहीदूर को भी गंभीर चोटे लगी थी। लेकिन वह बेसुध नहीं हुए और उसने खुद परिजनों को फोन पर जानकारी दी। इसके बाद परिजन पहुंचे और स्थानीय लोगों के मदद से सफीकुल और वहीदूर को सदर अस्पताल पहुंचाया गया। वहीदूर को भी धुलियान में भर्ती कराया गया था। अगले दिन परिजन उसे मालदा लेकर गए।
इधर घटना की जानकारी मिलते ही उमर फारूक के परिजन भी पहुंचे। परिजनों को लगा था कि उमर फारूक की सांसे चल रही है। परिजन उन्हें वहां से उठाकर अस्पताल ले जा रहे थे। लेकिन अस्पताल ले जाने से पहले ही फारुख की सांसे बंद हो गई थी। नगर थाना की पुलिस ने फारूक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया। अगले दिन शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
तेज रफ्तार और असुरक्षित ड्राइविंग से गई जान
घटना को लेकर चर्चा है कि तेज रफ्तार की वजह से दोनों बाइक आमने-सामने टकरा गई। असुरक्षित ड्राइविंग भी मौत और घायल होने की वजह रही। लोगों का कहना है कि मृतक फारूक के सर पर गंभीर चोटें आई थी। जिससे सर से काफी रक्त स्राव हो रहा था। अगर हेलमेट पहना होता तो शायद सर पर चोटें नहीं आती और जान बच सकती थी।
इधर जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे सफीकुल शेख के पास हेलमेट होने की बात तो कहीं जा रही है। लेकिन चर्चा है कि हेलमेट हाथ में रखा था। अगर हेलमेट पहना होता तो सर पर चोट लगने से बच सकता था।
वहीं तीसरा युवक वहीदूर के बारे में बताया जा रहा है कि हेलमेट पहन रखने की वजह से उन्हें सर पर चोटें नहीं आई। हालांकि उन्हें नाक के पास गंभीर चोटें लगने की बात कही जा रही है। लोगों में चर्चा के बीच यह घटना ऊन लोगों के लिए आईना है, जो बिना हेलमेट के बाइक चलाते हैं। यह घटना तेज रफ्तार से बाइक या वाहन चलाने वालों के लिए भी सबक हैं। अगर ऐसी घटनाओं से भी सबक नहीं लेते हैं तो आए दिन खुद के साथ-साथ सामने वालों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। हेलमेट पहने होने की वजह से वहीदूर शेख की जान बचना भी बिना हेलमेट के बाइक चलाने वालों के लिए आइना है। वहीदूर से हमें यह मैसेज मिलता है कि हमें वाहन चलाते समय हेलमेट पहनने और ट्रैफिक नियमों को मानकर चलना चाहिए। यह अलग बात है कि दुर्घटनाएं बताकर नहीं आती, लेकिन हमें अपनी सुरक्षा का ध्यान रखना जरूरी है।
पल भर में उजड़ गया हंसता खेलता परिवार
घटना में उमर फारूक की मौत के साथ ही उनका हंसता-खेलता परिवार पल भर में उजड़ गया। फारूक अपने पीछे पत्नी मास्कुरा बीवी, दो मासूम 4 साल बेटी जैनब खातून और 2 साल का बेटा हबीब शेख को छोड़ गया है।