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Maqsood Alam
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क्रेशर प्लांट में प्रशासन को खुलेआम चुनौती, दिनदहाड़े ट्रैक्टरों में गिट्टी की ओवरलोडिंग

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Gunjan Saha
(Desk Head)

समाचार चक्र संवाददाता

पाकुड़। सदर प्रखंड अंतर्गत कालिदासपुर पत्थर उद्योग क्षेत्र के काशीला में संचालित क्रेशर प्लांट में नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। क्रेशर प्लांट के संचालक में प्रशासन का किसी तरह का डर नहीं दिख रहा है। यूं कहे की क्रेशर संचालक प्रशासन को खुलेआम चुनौती दे रहे है। दरअसल काशीला में सड़क किनारे संचालित क्रेशर प्लांट में दिन के उजालों में ही ट्रैक्टरों में ओवरलोडिंग दी जा रही है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि दिन और रात में भी ट्रैक्टरों में गिट्टी लोडिं दिया जाता है। सिर्फ लोडिंग ही नहीं, बल्कि ओवरलोडिंग भी दिया जा रहा है। यहां ओवरलोडिंग का मतलब ट्रैक्टर के डाला से उपर दो-चार इंच की बात नहीं है, बल्कि ओवरलोड ऐसा कि सड़क पर ट्रैक्टर के पास से गुजरना भी किसी आफत से कम नहीं है। ओवरलोड की मात्रा ऐसी कि ट्रैक्टर के पास से गुजरते वक्त घबराहट में राहगीरों का गला सूख जाए। अगर थोड़ी सी भी चुक हुई तो ट्रैक्टर पलट सकती है और उसमें पास से गुजरने वाले व्यक्ति या राहगीर दबकर जान भी गंवा सकते हैं। काशीला हटिया चौक या चेकपोस्ट से जैसे ही कालिदासपुर की ओर आगे बढ़ते हैं, थोड़ी दूर चलकर काशीला गांव में सड़क किनारे एक क्रेशर प्लांट संचालित है। जिसमें दिनदहाड़े ऐसा नजारा देखा गया। जहां खुलेआम ट्रैक्टर में जेसीबी मशीन के जरिए गिट्टी लोड किया जा रहा था। यहां सिर्फ एक ट्रैक्टर की बात नहीं है, बल्कि इस दौरान और भी खाली ट्रैक्टर खड़ी थी। जिसे शायद गिट्टी लोड करना था। यहां सवाल उठता है कि जब प्रशासन क्रेशर प्लांट से ट्रैक्टर में गिट्टी लोड देने के लिए मना कर रखा है, इसके बावजूद ट्रैक्टरों में लोड दिया जा रहा है। आश्चर्य की बात है कि इतनी भारी मात्रा में ओवरलोडिंग भी दिया जा रहा है। यह कहीं ना कहीं क्रशर संचालक प्रशासन के आदेशों को चुनौती दे रहे हैं। प्रशासन के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। सूत्र बताते हैं कि क्रेशर प्लांट से निकलने वाले ओवरलोड ट्रैक्टरों को देखने वाला भी कोई नहीं है। इन ट्रैक्टरों को चेक पोस्ट से गुजरने की भी जरूरत नहीं पड़ती है। बल्कि इधर-उधर के रास्तों से पार हो जाती है। प्रशासन शायद चुनाव कार्यो में व्यस्त है और इसीलिए क्रेशर संचालक के ऐसी गतिविधियों पर नजर नहीं दे पा रही है। इसी का फायदा क्रशर संचालक के द्वारा उठाया जा रहा है। प्रशासन को क्रेशर संचालकों के ऐसे कारनामों के खिलाफ कार्रवाई करने की जरूरत है। इधर जिला खनन पदाधिकारी नितेश कुमार ने मामले की जांच करने की बात कही।

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