समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़। एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने मंगलवार को पाकुड़ ब्लॉक परिसर में पंचायत सचिव वतन कुमार को 10,000 रुपए (दस हजार) घूस लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। एसीबी की टीम ने ब्लॉक कैंपस में ही चाय दुकान के पास दोपहर बाद करीब 3:30 बजे के आस-पास यह कार्रवाई की। एसीबी की टीम में डीएसपी रैंक के अधिकारी भी शामिल थे। इस टीम में दर्जन भर अधिकारी और पुलिसकर्मी मौजूद थे। एसीबी की टीम ने पंचायत सचिव वतन कुमार को उस वक्त दबोच लिया, जब शिकायतकर्ता उन्हें 10,000 रुपए बतौर घूस दे रहे थे। एसीबी के अधिकारी वतन कुमार को घूस लेते पकड़ने के बाद कागजी कार्रवाई पूरी कर साथ ले गए। अधिकारियों ने ब्लॉक कैंपस में पंचायत सचिव वतन कुमार की गिरफ्तारी के बाद उन्हें बीडीओ के कार्यालय कक्ष में लेकर गए। कार्यालय कक्ष में जरूरी कार्रवाई पूरी करने के बाद पुलिस वाहन में बिठाकर निकल गए। इस दौरान काफी संख्या में प्रखंड कार्यालय में लोग मौजूद थे। इनमें प्रखंड के अधिकारी और कर्मचारियों के अलावा आम लोग भी शामिल थे। एसीबी की टीम में शामिल अधिकारी और पुलिस कर्मी तीन-तीन वाहन में प्रखंड कार्यालय पहुंचे थे। एसीबी की इस कार्रवाई से प्रखंड परिसर में हड़कंप मच गया। जिस वक्त भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई हो रही थी, तब किसी को कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था। इसके बाद धीरे-धीरे लोगों को जानकारी हुई कि एसीबी की टीम ने पंचायत सचिव वतन कुमार को गिरफ्तार किया है। वहीं सूत्रों के मुताबिक एसीबी की टीम सुबह करीब 11:00 बजे के आसपास ही प्रखंड परिसर में पहुंच गई थी। अधिकारी सिविल ड्रेस में घूम रहे थे। तब किसी को भी इस मामले के बारे में बिल्कुल भी भनक नहीं लगी। तकरीबन 4:30 घंटे तक एसीबी के अधिकारी सत्यापन की तैयारी में जुटे रहे। सूत्रों की माने तो शिकायतकर्ता और पंचायत सचिव वतन कुमार ने साथ में चाय दुकान में नाश्ता भी किया। इसके बाद शिकायतकर्ता ने जैसे ही पंचायत सचिव वतन कुमार को रुपए थमाया, एसीबी के अधिकारियों ने उन्हें पकड़ लिया। पकड़ में आते ही पंचायत सचिव हक्का-बक्का रह गए। इधर टीम में शामिल एसीबी के डीएसपी ने बताया कि पाकुड़ ब्लॉक के जमशेरपुर पंचायत में मनरेगा सिंचाई कूप निर्माण के एवज में पंचायत सचिव वतन कुमार के द्वारा 20,000 रुपए (बीस हजार) घूस मांगा था। आज दस हजार रुपए लेते रंगे हाथ पकड़ा गया।
