अबुल काशिम@समाचार चक्र
पाकुड़। तीन साल पहले जब पुत्र के रूप में नन्हे मेहमान का आगमन हुआ तो आंगन खुशियों से भर गया। नन्हे मेहमान की किलकारी से पूरा घर गूंज उठा। पिता इंताजुल शेख और उनकी पत्नी का खुशी का ठिकाना ना रहा। आंखों में खुशी के आंसू निकल पड़े। लेकिन उन्हें क्या मालूम था कि यह खुशी एक दिन मातम में बदल जाएगा। उन्हें नहीं मालूम था कि यह खुशी महज कुछ ही सालों के लिए है और एक दिन घर का एकमात्र चिराग बुझ जाएगा। उन्हें यह मालूम नहीं था कि उनका पुत्र सड़क पर सरपट दौड़ती तेज रफ्तार ट्रैक्टर और चालक के लापरवाही का शिकार हो जाएगा। तीन साल के उम्र में ही हमेशा हमेशा के लिए दुनिया से रुखसत हो जाएगा। जिसने अभी उंगली पड़कर चलना ही सीखा था, वह सबको रुला कर जाएगा। लेकिन वो दिन आ ही गया, जिस दिन ऐसी अनहोनी का किसी ने भी सोचा नहीं होगा। एक पल में ही माता-पिता के वो सारे सपने चकनाचूर हो गए, जिसका मोमिन के भविष्य को लेकर देखा करते थे। दरअसल मुफस्सिल थाना क्षेत्र के ईशाकपुर गांव के रहने वाले इंताजुल शेख का तीन साल का पुत्र मोमिन शेख कई दिनों से नानी घर जाने की बात कर रहा था। उसे नानी घर भेजने के लिए मां ने अपने भाई यानी मोमिन के मामा को बुलाई थी। अपने मामा को घर में पाकर मोमिन खुशी से झूम उठा। चुंकि वह नानी घर जाने को बेताब था और उस वक्त का बेसब्री से इंतजार कर रहा था। इसलिए शायद सुबह जल्दी-जल्दी बिस्तर से उठ भी गया। मां ने मोमिन को जल्दी-जल्दी सजाकर तैयार भी कर दिया। दिन सोमवार का था, घड़ी में सुबह के 8:00 ही बज रहे थे। अपने मामा के साथ नानी घर के लिए निकल पड़ा। मोमिन का नानी घर भी पास के रणडांगा गांव में ही था। इसलिए हंसते-खेलते मामा के साथ पैदल ही घर से निकल पड़ा। लेकिन जैसे ही मेन रोड पर पहुंचा, ईशाकपुर रेल फाटक की ओर से जाती बालू लदा एक ट्रैक्टर ने उसे कुचल दिया। जिससे वह बुरी तरह से घायल हो गया और मौके पर ही दम तोड़ दिया। अपनी आंखों के सामने मोमिन को हादसे में मौत के गाल में समाते देख मामा को कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था कि ये क्या हो गया। तीन साल के मोमिन के साथ हुई घटना की खबर सुन मां बेसुध हो गई। पिता इंताजुल शेख के आंखों के सामने अंधेरा सा छाने लगा। अभी-अभी तो अपना प्यारा मोमिन मामा के साथ हंसते-खेलते नानी घर के लिए निकला था, अचानक से ये सब क्या हो गया। अपना प्यारा मोमिन खून से लथपथ सड़क पर गिरा पड़ा था। पिता इंताजुल चीख-चीखकर मोमिन को उठाने की कोशिश कर रहा था। मां लगभग बेसुधी की हालत में दौड़ी दौड़ी आई और मोमिन से लिपटकर बिलखने लगी। यह तस्वीर बेहद ही दर्दनाक और मर्माहत कर देने वाली थी। किसी भी माता-पिता के लिए खुद को संभालना आसान नहीं था। इस दर्द को हर कोई महसूस कर रहा था और इसलिए स्थानीय लोग उन्हें ढांढस बंधा रहे थे। घटना की जानकारी मुफस्सिल थाना को दी गई। पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। पुलिस ने ट्रैक्टर को भी जब्त कर लिया। पुलिस घटना को लेकर आगे की कानूनी प्रक्रिया में जुटी थी। इधर घटना को लेकर गांव में मातम पसरा हुआ है। मृतक मोमिन के माता-पिता सदमे में हैं। परिजन, रिश्तेदार और आस पड़ोस के लोग उन्हें सांत्वना दे रहे हैं।
