पाकुड़ । प्रधानमंत्री आवास योजना गरीबों के लिए वरदान साबित हो रहा है। जिन परिवारों की रातें खुले आसमान के नीचे गुजरती थी, आज पक्के मकान में रह रहे हैं। तिरपाल या झोपड़ी में सर छिपाने वाले परिवार को पक्का छत मिल चुका है। पक्का मकान जिनका महज एक सपना हुआ करता था, आज वो सपना पूरा हो चुका है।
नगर परिषद क्षेत्र में निवास करने वाले गरीबों की बात करें तो पांच साल के दौरान 1880 परिवारों के पक्का आवास का सपना पूरा हुआ है। इन आवासों में गरीब परिवार बेफिक्र होकर रह रहे हैं। अब ना इन्हें आंधी तूफान से झोपड़ी के उजड़ने का डर है और ना धूप और बारिश का ही डर है। अपने बच्चों के साथ आराम की जिंदगी बीता रहे हैं। यूं कहें कि आवासहीन गरीबों को पक्का मकान उपलब्ध कराने की योजना अब धरातल पर नजर आने लगी है।
आवास के साथ शौचालय भी मिला
प्रधानमंत्री आवास योजना में गरीबों के मान सम्मान का भी ध्यान रखा गया। आवास के साथ-साथ उन्हें शौचालय भी मिला। आवास के अभाव में जहां गरीबों को सर छिपाने के लिए भी सोचना पड़ता था, वहीं शौच के लिए भी बाहर जाना पड़ता था। विशेष कर रात के अंधेरे में उन्हें काफी परेशानी से गुजरना पड़ता था। आवास बनने से यह परेशानी भी दूर हो गई।
लक्ष्य के करीब है योजना का काम
पिछले पांच सालों में नगर परिषद क्षेत्र में 1880 प्रधानमंत्री आवास का निर्माण हो चुका है। नगर परिषद ने वित्तीय वर्ष 2021-22 तक 2752 आवास निर्माण के लक्ष्य के विरुद्ध 1880 आवास निर्माण कार्य पूरा करने में सफलता हासिल की है। यह आंकड़ा वित्तीय वर्ष 2015-16 से 2021-22 का है। आंकड़ों पर गौर करें तो कुल लक्ष का 68.32 प्रतिशत लक्ष्य को पूरा कर लिया है। जबकि शेष आवास निर्माण का काम प्रगति पर है।
आंकड़ों पर एक नजर
वित्तीय वर्ष 2015-16 में 185 आवास निर्माण के लक्ष था। जिसे पूरा कर लिया गया। इसी तरह वित्तीय वर्ष 2016-17 के पहला फेज में 197 और दूसरे फेज में 13 आवास निर्माण के लक्ष को भी पूरा कर लिया गया। वहीं वित्तीय वर्ष 2017-18 में पहला फेज में 256 आवास निर्माण के लक्ष को भी पूरा कर लिया। जबकि उसी वित्तीय वर्ष के दूसरे फेज में 462 आवास निर्माण के लक्ष्य के विरुद्ध 445 आवास का निर्माण का पूर्ण किया गया। उसी वित्तीय वर्ष के तीसरे फेज में 449 के लक्ष के विरुद्ध 440 निर्माण कार्य पूरा कराया गया। इसी तरह साल 2020-21 में 1011 का लक्ष मिला।
जिसमें 309 आवास निर्माण का काम पूरा हो चुका है। वहीं वित्तीय वर्ष 2021-22 में 179 लक्ष के विरुद्ध 42 आवास का निर्माण पूरा हो चुका है। इस तरह कुल लक्ष 2752 के विरुद्ध 1880 आवास का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। यहां बता दे कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में मिले 1011 आवास निर्माण का लक्ष भी पूर्ण होने की ओर है।
नगर परिषद से मिले आंकड़ों के मुताबिक 1011 में से सभी लाभुकों के आवास का फाउंडेशन, प्लिंथ और लिंटल बन गया है। जबकि 415 का छत निर्माण कार्य हो चुका है। इसी तरह 2021-22 में 179 लक्ष के विरुद्ध 42 पूर्ण है और 52 का छत का काम पूरा हो चुका है। शेष का फाउंडेशन, प्लिंथ और लिंटल का काम हो चुका है।
प्रति आवास का 02 लाख 25,000 है लागत
प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के लिए प्रति आवास 02 लाख 25,000 रुपए मिलते हैं। लाभुक को चार किस्त में भुगतान किया जाता है। पहला किस्त 45,000, दूसरा किस्त 67,500, तीसरा किस्त 90,000 और चौथा अंतिम किस्त 22,500 रुपए का होता है।
नगर परिषद अध्यक्ष ने कहा
नगर परिषद अध्यक्ष संपा साहा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच है कि कोई भी गरीब व्यक्ति या उनका परिवार बेघर नहीं रहे। सबका अपना पक्का मकान हो। प्रधानमंत्री के इसी सपने को साकार करना हमारा कर्तव्य रहा है। जिसे पांच सालों में पूरा करने की हर कोशिश की। शेष आवास का निर्माण कार्य भी जल्द पूरा होगा।
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