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Maqsood Alam
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प्रतिमा पांडेय ने महिला साथियों के साथ गरीब बच्चों के बीच मनाई क्रिसमस

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Gunjan Saha
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अबुल काशिम@समाचार चक्र
अबुल काशिम@समाचार चक्र

पाकुड़। गरीबों की बस्ती में जरा जाकर तो देखो, वहां भुखे तो मिलेंगे, पर उदासी नहीं। ये बातें समाज सेवा में अलग पहचान बना चुकी प्रतिमा पांडेय बखूबी समझ रही है। यही वजह है कि प्रतिमा पांडेय हर पर्व त्योहार गरीब बच्चों के साथ मनाना पसंद करती है।

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यह कहना गलत नहीं होगा कि प्रतिमा पांडेय गरीब बच्चों के साथ समय बिताने का अवसर का इंतजार करती रहती है। अक्सर उन्हें गरीबों के बीच अलग अंदाज में देखे जाते हैं। क्रिश्चियन समुदाय का पवित्र और सबसे बड़ा पर्व माने जाने वाला क्रिसमस के अवसर पर सोमवार को भी उनकी एक ऐसी ही एक तस्वीर सामने आई। जिसमें प्रतिमा पांडेय अपनी महिलाओं साथियों के साथ बच्चों के साथ मस्ती करते नजर आई।

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यह तस्वीर शहर से बिल्कुल सटे केकेएम कॉलेज के पास स्थित बलियाडंगा गांव की है। दरअसल सोमवार को क्रिसमस पर्व का बेहतरीन अवसर था। प्रतिमा पांडेय हर बार की तरह क्रिसमस को भी गरीब बच्चों के साथ सेलिब्रेट करना चाह रही थी। इसी मंसुबे से वे अपनी महिला साथियों के साथ बलियाडंगा गांव पहुंची। प्रतिमा पांडेय जैसे ही गांव पहुंची, बच्चों की भीड़ जुटने लगी। पूर्व की तरह बच्चों को मानो भनक लग चुकी थी कि दीदी जरूर उनके साथ मस्ती करने आई है। वहां सैंकड़ों की संख्या में दौड़े दौड़े बच्चे पहुंचने लगे।

वहीं बच्चों की भीड़ देख प्रतिमा पांडेय और उनकी पूरी टीम खुशी से झूम उठी। प्रतिमा पांडेय और उनकी टीम को गरीब बच्चों के साथ मिलकर क्रिसमस का सेलिब्रेशन करना एक अलग ही खुशी दे रही थी। इस अवसर पर प्रतिमा पांडेय और उनकी टीम ने बच्चों को चॉकलेट, ट्रॉफी, कैप्स, बिस्किट्स और बैलून देकर क्रिसमस की खुशियां बांटी।

प्रतिमा पांडेय ने बताया कि लगभग 100 बच्चों को चॉकलेट, ट्रॉफी, कैप्स, बिस्किट्स और बैलून देकर उनके साथ क्रिसमस की खुशियां मनाई। उन्होंने कहा कि यह बेहद ही सुकून देने वाला पल था। मैं अपनी टीम के साथ खास मौकों पर बच्चों के बीच जाती हूं। आज मुझे विशेष रूप से क्रिसमस के मौके पर बच्चों के साथ मस्ती करना बहुत अच्छा लगा और एक अजीब सा सुकून मिला। यहां के बच्चों की मासूमियत और नटखट अंदाज से मैं काफी प्रभावित हुई। मैं यहां पहले भी आ चुकी हूं। मुझे यहां आकर बहुत अच्छा लगा। मैं आगे भी ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि इस तरह का अवसर मिलता रहे। मेरे साथियों ने भी बच्चों के साथ खूब इंजॉय किया। मैं अपने साथियों का भी आभार व्यक्त करता हूं। प्रतिमा पांडेय के साथ रजनी पांडेय, मोनिका तिवारी, रूपा भट्टाचार्य, सुषमा, सोनी, ममता जैन, नीलू मौजूद रही।

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