समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़। पाकुड़-मालपहाड़ी सड़क का राइडिंग क्वालिटी में सुधार की प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है। ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने स्वीकृति प्रदान कराई है। झारखंड सरकार के पथ निर्माण विभाग के संयुक्त सचिव ने प्रशासनिक स्वीकृति दे दी है। जिसकी कुल लंबाई 6 किलोमीटर है। इसके लिए 4 करोड़ 94 लाख 78,800 रुपए की स्वीकृति प्रदान की है। अंबेडकर चौक से शुरू होने वाली इस पथ के राइडिंग क्वालिटी सुधार कार्य के लिए चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 में 40 प्रतिशत एवं 2024-25 में 60 प्रतिशत भौतिक लक्ष्य रखा गया है। अगर वित्तीय लक्ष्य की बात करें तो 2023-24 में 01 करोड़ 97 लाख 91 हजार 520 रुपए और 2024-25 में 2 करोड़ 96 लाख 87,280 रुपए खर्च किए जाएंगे। पथ निर्माण विभाग से होने वाले राइडिंग क्वालिटी सुधार कार्य का पथ प्रमंडल पाकुड़ के कार्यपालक अभियंता निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी होंगे। मंत्री आलमगीर आलम के द्वारा दिलाई गई उक्त पथ की राइडिंग क्वालिटी सुधार कार्य जल्द शुरू होने की उम्मीद है। वहीं विभागीय संयुक्त सचिव ने स्वीकृति आदेश पत्र में उल्लेख किया है कि यह पथ निर्माण विभाग के स्वामित्व का पथ है। यह पाकुड़ जिला का मुख्य पथ है एवं अंतर्राज्यीय पथ है। यह पथ झारखंड एवं बंगाल को जोड़ती है। यह पथ पाकुड़ एनएच 133 ए अंबेडकर चौक से प्रारंभ होकर मालपहाड़ी बंगाल बॉर्डर को जोड़ती है। इस पथ के किनारे कई आदिवासी ग्राम, माइनिंग क्रशर, हटिया एवं कई कृषि बाजार तथा स्कूल अवस्थित हैं। पाकुड़ शहर से तारापीठ (शक्तिपीठ) जाने के लिए यह एकमात्र पथ है, जो वर्तमान में क्षतिग्रस्त हैं। इसलिए कार्यहित में उक्त पथ के उन्नयन हेतु राइडिंग क्वालिटी में सुधार कार्य कराया जाएगा। इधर मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि विकास कार्यों को लेकर समर्पित हैं। पूरे राज्य में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। पुल पुलिया का निर्माण कराया जा रहा है। पाकुड़-मालपहाड़ी पथ, जिसकी लंबाई 6 किलोमीटर है, का राइडिंग क्वालिटी में सुधार जरूरी है। प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है। जल्द ही राइडिंग क्वालिटी सुधार का काम शुरू हो जाएगा।
