समाचार चक्र संवाददाता
पाकुड़। आखिरकार 16 दिन बाद सफीकुल जिंदगी का जंग हार गया। मालगोदाम रोड में गत 6 अक्टूबर की देर शाम सड़क दुर्घटना में घायल सफीकुल की रविवार को कोलकाता में इलाज के दौरान मौत हो गई। मौत और जिंदगी के बीच लड़ाई में सफीकुल ने हार मान ली। कोलकाता से रविवार अपराह्न करीब 3:00 बजे सफीकुल के मौत की खबर ने न सिर्फ परिवार और रिश्तेदारों में, बल्कि पूरे गांव में मातम पसरा दिया। सफीकुल की मौत ने एक हंसता-खेलता परिवार को गम में डूबो दिया। उल्लेखनीय है कि 6 अक्टूबर की शाम सफीकुल अपने साथी तारानगर के वहीदूर के साथ दुमका से पाकुड़ बाजार और फिर बाजार से इलामी स्थित घर लौट रहा था। दोनों बाइक में सवार माल गोदाम रोड से घर आ रहा था। इसी दौरान विपरीत दिशा से चांचकी गांव के उमर फारूक नामक युवक भी बुलेट बाइक से इशाकपुर की ओर से घर लौट रहा था। इसी दौरान दोनों बाइक की आमने-सामने जोरदार टक्कर हो गई थी। उस वक्त चर्चा यह थी कि बुलेट बाइक में सवार उमर फारूक काफी तेज गति से बाइक से घर लौट रहा था। दोनों बाइक के आमने-सामने टक्कर में उमर फारूक को गंभीर चोट आने की वजह से मौके पर ही दम तोड़ दिया था। दूसरी ओर सफीकुल शेख और उनके साथ वहीदुर शेख गंभीर रूप से घायल हो गया था। यहां बता दें कि सफीकुल शेख घटना के बाद बेसुध होकर सड़क पर गिरा था। इसके बाद उसे होश नहीं आया। इलाज के लिए सफीकुल शेख को सदर अस्पताल से रेफर के बाद बंगाल ले जाया गया। बंगाल से भी सफीकुल को रेफर कर दिया गया। वहां से भागलपुर ले जाया गया और भागलपुर में कुछ दिन तक इलाज चलने के बाद कोलकाता में भर्ती कराया गया था। कोलकाता में तकरीबन सप्ताह भर इलाज चला। रविवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना के बाद से ही सफीकुल की स्थिति नाजुक बनी हुई थी।