पाकुड़। सदर प्रखंड अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय उदय नारायणपुर के भवन की स्थिति बेहद ही खतरनाक और जर्जर स्थिति में है। इसके बावजूद शिक्षा विभाग कोई पहल नहीं कर रही है। जबकि कई बार नए भवन निर्माण की मांग लिखित रूप से भी की गई है। इससे निराश होकर स्कूल प्रबंधन ने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से नए भवन निर्माण की गुहार लगाई है। प्रबंध समिति की ओर से सहायक अध्यापक रकीबुल शेख ने रांची में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर मांग पत्र सौंपा है।
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मुख्यमंत्री को दिए गए पत्र में स्कूल भवन की वर्तमान जर्जर हालत से अवगत कराते हुए नए भवन निर्माण की मांग की है। पत्र में कहा है कि स्कूल भवन की स्थिति जर्जर है। जिससे हादसे की आशंका बनी रहती है। इसके बावजूद छात्र-छात्राएं जर्जर भवन में पठन-पाठन करने को मजबूर हैं। यह भी कहा गया है कि भवन की ऐसी स्थिति है कि कभी भी बच्चे दुर्घटना के शिकार हो सकते हैं। प्राथमिक विद्यालय उदय नारायणपुर में 630 बच्चों का नामांकन है। इस विद्यालय को मध्य विद्यालय में उत्क्रमित करने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से निरीक्षण भी किया गया है।
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जिला शिक्षा पदाधिकारी अनीता पूरति ने पिछले साल 17 दिसंबर 2024 को स्कूल का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के बाद दूसरे जगह पर भवन निर्माण के लिए स्थल का भी चयन किया गया था। उदय नारायणपुर मौज संख्या 183, जमाबंदी नंबर 163, प्लॉट नंबर 485 में 02 बीघा 19 कट्ठा खास जमीन है। इसी जमीन पर मुख्यमंत्री से स्कूल के नए भवन निर्माण की मांग की है।
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इधर सहायक अध्यापक रकीबुल शेख ने बताया कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी ने आश्वासन दिया है कि बच्चों के हित में जल्द ही इस पर पहल किया जाएगा। मुझे पूरी उम्मीद है मुख्यमंत्री जी का पहल कारगर साबित होगा और बच्चों को भयमुक्त वातावरण में शिक्षा दे पाएंगे। उल्लेखनीय है कि प्राथमिक विद्यालय उदय नारायणपुर का दो मंजिला भवन काफी वर्षों से इतनी जर्जर स्थिति में है कि कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। शिक्षा विभाग को लिखित रूप से अवगत कराया गया है। इसके बावजूद शिक्षा विभाग के कान में जूं तक नहीं रेंगती है। शिक्षा विभाग को मालूम होना चाहिए कि अगर कोई दुर्घटना हो जाती है, तो इसकी जिम्मेवारी कौन लेगा। इस बात को लेकर बच्चों के अभिभावकों में भी नाराजगी है।