पाकुड़। नगर थाना प्रभारी प्रयाग दास की टीम ने लूट के असफल प्रयास के बाद भागने वाले एक अपराधी को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल किया है। जबकि मामले में शामिल एक अन्य अपराधी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा है। लूट के असफल प्रयास के बाद बस स्टैंड में छिपे जिस अपराधी को पुलिस ने पकड़ा है, उसका नाम रिशु रंजन है। वह बिहार के पटना जिले के रामकृष्णा थाना क्षेत्र अंतर्गत रामकृष्णा गांव का रहने वाला है। पुलिस ने पकड़ाए अपराधी के पास से एक देसी कट्टा और एक जिंदा कारतूस बरामद किया है।

एसपी निधि द्विवेदी ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि 31 जुलाई को सूचना मिली थी कि शहरकोल बायपास रोड पर दो अज्ञात अपराधी के द्वारा छिनतई करने का प्रयास किया गया। इस दौरान अपराध कर्मियों ने गोली भी चलाई। जिस व्यक्ति से छिनतई का प्रयास किया गया, उनके द्वारा दिए गए बयान के आधार पर धारा 126 (2), 115 (2), 109 (2), 351 (2), 61 (2), 312 बीएनएस एवं 27 आर्म्स एक्ट के तहत कांड संख्या 210/25 दर्ज किया गया। इसके बाद एसडीपीओ डीएन आजाद के नेतृत्व में छापेमारी टीम का गठन किया गया। जिसमें पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी प्रयाग दास के साथ पुलिस अवर निरीक्षक राहुल गुप्ता, पुलिस अवर निरीक्षक दिलीप बास्की, पुलिस अवर निरीक्षक विनोद कुमार सिंह, सहायक अवर निरीक्षक महादेव मंडल, सहायक अवर निरीक्षक सुशीला मार्डी, हवलदार रिंकू यादव, आरक्षी कुंदन कुमार साह, अंकित कुमार एवं प्रकाश कुमार को शामिल किया गया। यह टीम पीड़ित व्यक्ति से जानकारी लेकर अपराध कर्मियों के भागने की दिशा तय कर छापेमारी के लिए निकली। इसी दौरान बस स्टैंड के यात्री शेड में एक व्यक्ति को संदिग्ध स्थिति में देखा गया। पीड़ित व्यक्ति से पहचान कराने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। इस दौरान तलाशी में अपराध कर्मी के पास से एक देसी कट्टा एवं एक जिंदा कारतूस बरामद किया गया। उसके पास से एक स्मार्टफोन भी मिला है। गिरफ्तार अपराध कर्मी से उसके दूसरे साथी के बारे में पूछताछ किया गया। जिस पर बताया गया कि अंधेरा का फायदा उठाकर वह भाग निकला है।

एसपी ने कहा कि घटना में शामिल भागने वाले अपराध कर्मी की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस अपराधी रिशु रंजन का इतिहास खंगाल रही है।
इधर जानकारी के मुताबिक नगर थाना क्षेत्र के महुआडांगा के रहने वाले विश्वजीत कर्मकार से बाइक लूटने का प्रयास किया जा रहा था। जिसमें अपराधी कामयाब नहीं हो पाया और भाग निकला। इसके बाद पीड़ित विश्वजीत कर्मकार ने नगर थाना पुलिस को उनके साथ हुई घटना की जानकारी दी। एसपी निधि द्विवेदी के निर्देश पर छापेमारी टीम बनाई गई और टीम को यह बड़ी कामयाबी हासिल हुई।