crime reporter
विज्ञापन

पाकुड़। फर्जी आधार कार्ड बनाने की शिकायत का मामला गंभीर होता जा रहा है। इस मामले में प्रशासन भी रेस हो गई है। प्रशासन ने शिकायत के सत्यापन के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है। इधर रविवार को एसडीओ साइमन मरांडी के नेतृत्व में फर्जी दस्तावेज के सहारे आधार कार्ड बनाने वाली शिकायत को लेकर चिन्हित ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की गई। एसडीओ साइमन मरांडी के साथ पाकुड़ बीडीओ समीर अल्फ्रेड मुर्मू एवं यूआईडी सेल के डीपीओ रितेश श्रीवास्तव भी मौजूद थे। इस छापेमारी टीम के साथ मुफस्सिल थाना की पुलिस बल भी मौजूद थी। इस छापेमारी के दौरान टीम को देखते ही धड़ाधड़ शटर गिरने लगे और अधिकतर संचालक टीम को देखकर भाग खड़े हुए। इनमें से कुछ लोगों से दूरभाष पर संपर्क करने पर किसी जरूरी काम से पश्चिम बंगाल में होने का बहाना बनाया गया। एसडीओ साइमन मरांडी ने बताया कि पाकुड़ प्रखंड के 10 गांवों में फर्जी आधार कार्ड बनाने वालों के अड्डों पर छापेमारी की गई। इनमें अंजना, पृथ्वी नगर, चांचकी, ईलामी, भवानीपुर, फरसा, देवतल्ला, उदय नारायणपुर और इस्लामपुर गांव शामिल है। इन गांव में जहां-जहां फर्जी आधार कार्ड बनाने की शिकायत की गई है, वहां वहां छापेमारी की गई। इस दौरान टीम को देखते ही अधिकतर लोग दुकान बंद कर भाग गए। इसके बाद मोबाइल पर संपर्क करने पर किसी काम से बंगाल जाने की बात कही गई। एसडीओ साइमन मरांडी ने कहा कि छापेमारी टीम ने जब ग्रामीणों से बातचीत की, तो जिन व्यक्तियों की शिकायत की गई है, इनमें से कुछ लोगों के द्वारा फर्जी आधार कार्ड बनाने की बात ग्रामीणों के द्वारा कही गई। उन्होंने कहा कि फर्जी आधार कार्ड बनाने के मामले को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। इस मामले की गंभीरता से जांच आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले इस गिरोह का भंडाफोड़ कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
विज्ञापन

क्या है मामला
मिली जानकारी के मुताबिक तनवीर आलम नाम के एक शख्स ने डीसी से शिकायत किया है कि फर्जी दस्तावेज के जरिए आधार कार्ड बनाने का काम किया जा रहा है। शिकायतकर्ता ने उक्त गांव के 10 लोगों का नाम लिया है। जिनके द्वारा फर्जी दस्तावेज के जरिए आधार कार्ड बनाया जाता है। इसी शिकायत पर प्रशासन ने जांच शुरू की है। जिन लोगों का फर्जी आधार कार्ड बनाने के नामों जिक्र किया है, उनमें इस्लामपुर सीतारामपुर कोदलकाठी के नूरुल हसन, पृथ्वी नगर के बनी इसराइल, अंजना के कबीर हक, भवानीपुर के कामू, ईलामी के खलीलुल्लाह, चांचकी कुरोलपाड़ा के अब्दुल, देवतल्ला के मासूद शेख, भवानीपुर के आरिफ, फरसा के सारजेन शेख तथा देवत्ला के आजमाइल शेख का नाम शामिल हैं। इन लोगों पर आरोप है कि खुद से जन्म प्रमाण पत्र, पासपोर्ट, अंक पत्र, पैन कार्ड और वोटर आईडी कार्ड फर्जी तरीके से बनाकर आधार कार्ड बनाने में इस्तेमाल करते हैं।